शराब के नशे में हमनें अकसर घर उजड़ते देखे हैं । यह ऐसी घातक और विनाशक जड़ है कि इसके वंश में कोई एक अकेला इंसान खत्म नहीं होता बल्कि इस लत का खामियाजा तो पूरे परिवार और प्रकारांतर से पूरे समाज को उठाना पड़ता है। शराब इंसान को आर्थिक रूप से तो खोखला करती ही है बल्कि आंतरिक और रूहानी तौर पर भी दिवालिया बना देती है ,और मन का खोखला इंसान जरा सी हवा आने पर अपने होश किस तरह खो बैठता है इस बात का अंदाजा तो उमरगांव की इस दिल दहला देने वाली खबर से लगाया जा सकता है कि किस तरह खुद को शराब के नशे के हवाले कर एक 27 वर्षिय नौजवान ने ना अपनी जिंदगी की कीमत समझी और ना ही अपनी नव विवाहिता की।और एक मामूली से विवाद पर फांसी लगा कर उसके हाथों से शादी की मेंहदी उतरने से पहले ही उसके नाम जिंदगी भर का दर्द कर दिया।
दरअसल, यह घटना है गुजरात के उमरगाँव की ,जहाँ एक जोड़े ने सात साल पहले उन्होंने सगाई कर ली थी ।बच्चे जल्दी न हो इसलिए शादी नहीं कर रहे थे।पर कहते हैं ना जिंदगी में कुछ घटनाएं सुनियोजित नहीं होती। केशव नगर निवासी 27 वर्षीय सागर की शादी एक मार्च 2019 को हिमांशी से हो तो गयी थी पर अभी शादी के 25 दिन भी नहीं हुए थे कि सारी खुशियाँ तार तार हो गयी । रविवार को सागर शाम 5.30 बजे घर में शराब पीने बैठा, जिसको लेकर पत्नी ने आपत्ति दर्ज कराई। दोनों में विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट की नौबत आ गई। बाद में युवक ने रूम का दरवाजा बंदकर फांसी लगा ली।
हिमांशी ने बताया कि रविवार को सागर बाहर से शराब पीकर आया। घर आकर फिर से शराब पीने लगा। उसके मना करने पर वह बहस करने लगा और मारपीट की। बाद में वह पड़ोसी के घर चली गई। हालांकि इसके बाद वह खुद हिमांशी के पास आया और बोला- मुझे माफ कर दो, अब से ऐसा नहीं होगा। अब कभी तुम पर हाथ नहीं उठाउंगा। फिर वह हिमांशी का मोबाइल लेकर घर चला गया। थोड़ी देर में पड़ोस के लड़के को हिमांशी ने सागर को देखने के लिए अपने घर भेजा, लेकिन सागर ने दरवाजा बंद किया था। इसलिए कुछ दिखाई नहीं दिया। जब वह घर वापस गई और खिड़की का पर्दा हटाकर देखा तो उसका पति फांसी पर लटका हुआ था। हिमांशी ने कभी सपने में भी नही सोचा था कि वह इतनी सी बात पर सुसाइड कर लेगा ।