नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवॉर्ड प्रदान किया गया। प्रवासी भारतीय केंद्र में उन्हें यह अवॉर्ड संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने प्रदान किया। पीएम मोदी को यह अवॉर्ड देने की घोषणा 26 सितंबर को गई थी। उन्हें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ संयुक्त रूप से यह अवॉर्ड देने की घोषणा की गई थी।
पीएम मोदी को यह अवॉर्ड पर्यावरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है। उन्हें सतत विकास, जलवायु परिवर्तन पर अनुकरणीय नेतृत्व और सकारात्मक कदम उठाने के लिए यह अवॉर्ड दिया गया है। उन्हें यूएन का यह सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार भारत को 2022 तक एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक से मुक्त कराने के संकल्प और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के कुशल नेतृत्व के लिए प्रदान किया गया है।
#WATCH PM Modi at Champions of the Earth event in Delhi https://t.co/gIdXZJ2nv5
— ANI (@ANI) October 3, 2018
प्रवासी भारतीय केंद्र में यह अवॉर्ड प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव को धन्यवाद दिया। उन्होंने इसे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए देश की सवा सौ करोड़ जनता की प्रतिबद्धता का सम्मान बताया। उन्होंने कहा, ‘यह भारत की उस नित्य नूतन, चिर पुरातन परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा और जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व के अधिष्ठान का आह्वान किया है।’
उन्होंने कहा, ‘पर्यावरण और आपदा सीधे तौर पर जुड़े हैं। अगर संस्कृति के केंद्र में पर्यावरण नहीं है तो आपदा को रोका नहीं जा सकता। जब मैं ‘सबका साथ’ कहता हूं तो इसमें प्रकृति भी शामिल होती है।’इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जलवायु परिवर्तन के खतरे को न सिर्फ समझा, बल्कि इससे निपटने के लिए कदम भी उठाए और यही बात उन्हें दुनिया के अन्य नेताओं से अलग करती है।