कोरोना के खिलाफ लड़ाई भी सियासी हो चली है। मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी जब देश को संबोधित कर रहे थे तो सबके जेहन में दो सवाल थे कि क्या लॉकडाउन चार आएगा और इसके साथ ही आर्थिक पैकेज के बारे में क्या कहते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना हमारे लिए परेशनी है तो अवसर भी है और केंद्र सरकार देश की GDP का 10% यानि 20 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान कर रही है। इसमें उन्होंने पिछले पैकेज को शामिल बताया।
लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि एक बार फिर उन्होंने देश की 133 करोड़ आबादी का छला है। अखिलेश यादव ने कहा पहले वो 15 लाख की बात करते थे और अब 20 लाख करोड़ की बात कर रहे हैं। आपने देश की 133 करोड़ जनता से 133 दफा झूठे वादे किए हैं। आप पर कोई कैसे भरोसा कर सकता है। अब लोग यह नहीं पूछते हैं कि आप कितने जीरो और बढ़ाएंगे, जबकि सवाल अब यह है कि कितनी दफा ऐसे झूठे वादे करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे संकट के दौरान भी सरकार सिर्फ वादे कर रही है। प्रवासी मजदूरों की मुश्किलों से लेना देना नहीं है।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जानकारों का कहना है कि कोरोना की काली घटा जल्द छंटने वाली नहीं है। लिहाजा हमें एक ऐसी व्यवस्था की तरफ आगे बढ़ना होगा जहां हम चुनौतियों के बीच कामयाबी की कहानी लिखे जो दुनिया के लिए नजीर हो। संकट की इस घड़ी में भी भारत ने सिर्फ अपने लिए नहीं सोचा बल्कि दुनिया के कल्याण के लिए हम आगे आए।
जब इस देश में टैलेंट की कमी नहीं है तो कोई वजह नहीं कि हम आगे न बढ़े। खासतौर से प्रवासी मजदूरों की दिक्कतों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके श्रम से भारत की बुनियाद मजबूत हुई और सरकार उनके लिए प्रतिबद्ध है।