नई दिल्ली: भारत की पूर्व विदेश मंत्री Sushma Swaraj का मंगलवार रात निधन हो गया। उनकी उम्र 67 साल थी। निधन से कुछ देर पहले ही उन्होंने धारा 370 हटाए जाने के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। दिल का दौरा पड़ने के कारण Sushma Swaraj का निधन हुआ। सुषमा को दिल का दौरा पड़ने के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था, लेकिन कुछ ही देर बार उनका निधन हो गया। इस खबर के सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, प्रकाश जावडेकर और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा एम्स पहुंचे। बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व पीएम मोदी समेत देश के तमाम बड़े नेताओं ने उनके घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सुषमा स्वराज के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी हैं। वो एक शानदार नेता थी। विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने हर भारतीय की मदद की जिन्होंने उनसे मदद मांगी। वो हर क्षेत्र में ज्ञान रखती थी और इसका उदाहरण सांसद में अपने भाषण में भी उन्होंने दिया। सुषमा स्वराज का नाम देश की निपुण महिला नेताओं में आता रहा है। सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार बुधवार को तीन बजे लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा। इससे पहले पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुषमा के निधन पर शोक व्यक्त किया है और उनके कार्यकाल की तारीफ की है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा है, “एक बेहतरीन प्रशासक, सुषमा जी ने जितने भी मंत्रालय संभाले सभी में बेहतरीन काम किया और पैमाने तय किए। कई राष्ट्रों के साथ भारत के बेहतर संबंध स्थापित करने की दिशा में उन्होंने शानदार काम किया। एक मंत्री के तौर पर हमने उनकी भावुक छवि और मददगार छवि भी देखी। उन्होंने विश्व के किसी भी कोने में मुश्किल में फंसे भारतीय लोगों की मदद की।”
एक और ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा, “भारतीय राजनीति का शानदार अध्याय समाप्त हो गया। भारत एक बेहतरीन नेता के जाने पर दुखी होगा जिन्होंने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों की जिंदगी को बेहतर बनाने की दिशा में बिताया। सुषणा जी करोड़ों लोगों के लिए प्ररेणा का कारण हैं।” उन्होंने अपने अंतिम ट्वीट में कश्मीर पर सरकार के कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। उन्होंने कहा था कि वह इस दिन का पूरे जीवनभर इंतजार कर रही थीं। सुषमा ने पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था।