नई दिल्ली: 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। पिछले एक हफ्ते में करीब देश की रक्षा करते हुए करीब 49 जवान शहीद हो गए है। पूरा देश आतंकियों से बदला चाहता है। पुलवामा में हुए हमले में 44 जवान शहीद हुए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली। इसके बाद भारतीय सेना ऑपरेशन ऑलआउट में निकली और हमले का मास्टरमाइंड कामरान उर्फ राशिद गाजी, स्थानीय जैश आतंकी बिलाल अहमद नाइक उर्फ राशिद भाई और एक अन्य आतंकी मुठभेड़ में मारा गया।
इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के मेजर समेत 3 जवान शहीद हुए है। लगातार सामने आ रही नकारात्मक घटनाओं ने पूरे को परेशान किया हुआ है। वहीं एक चौकाने वाली खबर सामने आ रही है। जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना के जवान के गत दिनों ड्यूटी पर जाने से चिंतित उसकी पत्नी ने अनहोनी की आशंका में खुदकुशी कर ली। यह घटना गुजरात के खंभालिया गांव की है।
देवभूमि द्वारका के खंभालिया गांव के भूपेंद्र सिंह जेठवा कश्मीर के गुलमर्ग में पोस्टिंग हैं। गत दिनों वह अपने परिवार से मिलने आए थे। कुछ दिन रुकने के बाद वे ड्यूटी पर वापस चले गए। जेठवा के जाने के बाद उनकी पत्नी मीनाक्षी चिंतित रहने लगीं। 14 फरवरी को जब पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकी हमला हुआ तो भय की मनोदशा में मीनाक्षी ने अपने कमरे में खुदकशी कर ली। जिस वक्त उसने ये कदम उठाया उस वक्त घर पर कोई नहीं था।
देर रात परिवार वाले जब एक समारोह से घर लौटे तो उन्होंने सोया समझकर रात में उसे जगाने का प्रयास नहीं किया। सुबह जब मीनाक्षी नहीं उठी तो उन्होंने दरवाजा खोला तो उसे फंदे पर लटका पाया। घटना की जांच कर रही महिला पुलिस निरीक्षक केएन जडेजा ने बताया कि पति के जाने के बाद से वह काफी चिंतित रहती थी। सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले से परेशान होकर उसने यह कदम उठा लिया।