नई दिल्ली: बेटी की शादी को लेकर माता-पिता सालों से सपने देखते है। हर कोई चाहता है कि उसकी बेटी की शादी धूमधाम से हो। लेकिन हर कोई यह सुख प्राप्त नही कर पाता है। श्रीगंगानगर में बेटी की शादी के दिन मां की मौत हो गई। घटना ने पूरे परिवार को तोड़ दिया था।छोटी बहन ने जो किया उसने सुनने वालों को भावुक कर दिया। मां की मौत का दर्द झेलते हुए छोटी बहन ने बड़ी बहन का कन्यादान किया।
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रामसिंहपुर निवासी वेद प्रकाश बाघला की दो ही बेटियां हैं। बड़ी बेटी आंचल का शनिवार रात विवाह था। बारात घर पर पहुंच चुकी थी। लेकिन किसे पता था कि इस परिवार में अभी दुखों का पहाड़ टूटने वाला है।
इसी दौरान आंचल की मां सुनीता की अचानक तबीयत बिगड़ गई । पिता उन्हे हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन वहां बीपी कम होने के कारण उनकी मौत हो गई। उसी समय उनकी बेटी मंडप पर फेरे लेकर नए जीवन की शुरूआत कर रही थी और वो अपने माता-पिता के आर्शिवाद का इंतजार कर रही है।
ऐसे हालातों में वेदप्रकाश घर ने इस बारे में किसी नहीं बताया। बहन की शादी को पूरा करने की जिम्मेदारी छोटी बेटी ने उठाई सुनीता के निधन की बात इसलिए छुपाई गई ताकि आंचल की शादी में रुकावत पैदा न हो।
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छोटी बेटी अंजलि ने मां और पिता की मौजूदगी नहीं होने के दुख को अंदर ही दबा लिया और आंसुओं को पीकर बहन के ससुराल के सभी रिश्तेदारों से मिलनी की रस्म निभाई।
उसने मां का स्थान लेकर बहन का कन्यादान किया। विदाई के कुछ देर पहले ही सुनीता का शव घर पहुंचा तो मातम छा गया। इसके बाद शाम को मां की दुल्हन बेटी ने बेटा बन अर्थी को कांधा दिया।