नैनीताल:दीपक आर्य: शहर के पुराने बस स्टेशन में डीएसबी परिसर के एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत का पुतला फूका। उन्होंने मंत्री पर छल करने का आरोप गया। उनका कहना था कि हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज में होने वाले छात्रसंघ चुनावों में सरकार अपना दखल दे रही है। कार्यकर्ताओं ने मंत्री धन सिंह रावत पर आरोप लगाया कि उन्होंने एनएसयूआई प्रत्याशी मीमांशा आर्य का नामांकन रद्द कराने की कोशिश की। पवन जाटव के अगवाई में कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार एक तरफ कन्याओं के आगें बढ़ने का नारा देती है दूसरी तरफ यह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मीमांशा अध्यक्ष पद के लिए मजबूती से दांवा पेश कर रही है इसलिए विरोधी खेमें में हलचल बनी हुई है। इस हरकत को उन्होंने भारतीय लोकतन्त्र की व्यवस्था के विपरीत बेहद शर्मनाक करार दिया।
बता दे कि मंत्री धन सिंह रावत ने एनएसयूआई प्रत्याशी मीमांशा आर्य का नामाकंन रद्द ना करने पर एमबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य को आड़े हाथों लिया था।मंत्री ने यहा तक कह डाला कि अगर एनएसयूआई प्रत्याशी का नामांकन निरस्त नहीं होता तो चुनाव ही निरस्त कर दिया जाए।उन्होंने प्राचार्य से सीधे पूछा कि छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई की अध्यक्ष पद प्रत्याशी मीमांशा आर्य का नामांकन खारिज क्यों नहीं किया गया जब इस बात की पुष्टि हो गई थी कि प्रत्याशी ने बीएससी प्रथम वर्ष में फेल होने के बाद दोबारा उसी कक्षा में झूठे शपथपत्र के आधार पर दाखिला लिया है। प्राचार्य ने मंत्री को बताया कि यह तीन वर्ष पुराना मामला है तथा उसे डिग्री भी जारी हो चुकी है। लिंगदोह समिति के नियमों के तहत प्रत्याशी की जो अर्हता होनी चाहिए, उसमें कोई कमी नही है तथा विधिक राय लेने के बाद ही एनएसयूआई प्रत्याशी मीमांशा आर्या का नामांकन खारिज नहीं किया गया।