देहरादून: प्रदूषण का स्तर अब देवभूमि जैसे स्वच्छ आबोहवा वाले राज्य को भी परेशान कर रहा है। इसी के चलते एक बड़ा फैसला भी होने जा रहा है। राज्य के दो बड़े शहरों में पेट्रोल व डीजल से चलने वाले ऑटो-विक्रम पर रोक लग सकती है। देहरादून और ऋषिकेश शहर में यह रोक लगाई जा सकती है। जिससे प्रदूषण पर खास तौर पर प्रभाव पड़ेगा।
गौरतलब है कि एक नंवबर को गढ़वाल आयुक्त कैंप कार्यालय में संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक होनी है। जिसमें उक्त प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी। इसमें कोई दोराय नहीं कि बड़े शहरों में डीजल व पेट्रोल की वजह से प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। सरकार का लक्ष्य 2023 तक शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने का है। ऐसे में अब ऑटो-विक्रम पर जल्द ही फैसला हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह फैसला हरिद्वार और रुड़की में भी लागू हो सकता है।
बताया जा रहा है कि फैसला होने के बाद पेट्रोल-डीजल ऑटो-विक्रम के परमिट पर संचालक सीएनजी वाले ऑटो-विक्रम ले सकते हैं। आरटीए भी विक्रम की जगह बीएस-6 सवारी गाड़ी लेने पर उसका परमिट भी परिवर्तित करने पर विचार कर रहा है। आरटीओ प्रशासन दिनेश पठोई का कहना है कि डीजल-पेट्रोल से चलने वाले ऑटो-विक्रम को मार्च 2023 तक सड़क से बाहर करने के एनजीटी के आदेश हैं। इसपर आरटीए की बैठक में फैसला होगा।