मंदिर की जमीन के संबंध में चल रहे विवाद में करौली जिले के बूकना गांव में मंदिर के पुजारी को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया। नाज़ुक हालत में पुजारी को अस्पताल ले जाया गया, जहां पुजारी ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे राज्य को झनझोर कर रख दिया है।पुलिस ने पुजारी बाबू लाल वैष्णव के अस्पताल में बयान दर्ज किए गए। बयान के दौरान पुजारी ने बताया कि मंदिर के पास 15 बीघा जमीन है। जिसमें वह अपने परिवार के साथ कई वर्षों से रह रहा था।
गांव के शंकर, किशन, नमो और कैलाश मीणा ने उस पर कब्जा कर मकान बनाना शुरू कर दिया। इसका पुजारी ने विरोध किया, जिसके बाद कब्जा कर रहे लोगों ने उन्हें धमकी दी थी। उसके बाद पंचायत बैठी, जिसमें दोनों पक्षों के विचार जाने और पंचायत ने उनके पक्ष में फैसला दिया। इस दौरान कहा गया कि जो मंदिर का पुजारी होगा, वही इस भूमि का इस्तेमाल करेगा।
इस फैसले के बावजूद भी यह लोग बुधवार को वहां पहुंच गए और जमीन पर मकान का कार्य शुरू करने लगे। पुजारी ने विरोध किया और उनको रोकने का प्रयास किया। यह देख वह भड़क गए और बोले जब जिंदा जलाने की चेतावनी दे दी है, तो जला ही देते हैं।
पुजारी ने कहा कि यह कहते हुए कुछ लोगों ने उनको पकड़ा और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। यह देख परिजन चीखने चिल्लने लगे, चिल्लाने की आवाज सुन वहां भीड़ जमा हो गई और आरोपित मौका देख भाग लिए। मामले की सूचना मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस ने पुजारी को जयपुर के एसएमएस अस्पताल पहुंचाया, जहां पुजारी ने दम तोड़ दिया। वहीं मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।