नई दिल्ली: राजस्थान में जल्द ही स्टेट हाईवे पर बने टोल प्लाजा पर फास्ट टैग के जरिए टोल काटा जाएगा। इस दौरान वाहन चालकों को राष्ट्रीय राजमार्ग की तर्ज से ही टोल के लिए डिजिटल पेमेंट करना होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने पूरी तैयारियां शुरू कर दी है। इसको लेकर शासन सचिवालय में प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया की अध्यक्षता में एक बैठक भी हुई। यहां स्टेट हाईवे पर फास्ट टैग से टोल काटने को लेकर पूरी योजना पर अधिकारियों से चर्चा की गई।
राजस्थान में स्टेट हाईवे पर फास्ट टैग के जरिए टोल काटने के लिए मार्च 2023 में सार्वजनिक निर्माण विभाग और इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी के बीच करार हुआ। जिसमें राजस्थान के स्टेट हाईवे पर भी फास्ट टैग के जरिए टोल काटे जाने की सुविधा का निर्णय किया गया।
बता दें कि राजस्थान में अभी स्टेट हाईवे पर टोल कंपनी के कर्मचारियों की ओर से ही मैनुअल तरीके से टोल काटा जाता है। जिसके तहत लोगों को टोल के लिए नगद राशि का भुगतान करना होता है। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद लोगों को स्टेट हाईवे पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी।
सीएम अशोक गहलोत ने हाल ही में पेश किए बजट 2023-24 में स्टेट हाईवे पर भी फास्ट टैग के जरिए टोल काटने की सुविधा देने की घोषणा की थी। इसी घोषणा को देखते हुए शासन सचिव वैभव गालरिया ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य के मुख्य अभियंता संजीव माथुर, मुख्य अभियंता नेशनल हाईवे डीआर मेघवाल, आरएसआरडीसी और रीडकोर के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में सीएम गहलोत की घोषणा के अनुसार इस प्रोजेक्ट पर तेज गति से काम करने को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान अधिकारियों को विधानसभा चुनाव से पहले इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का लक्ष्य दिया गया है।
इस प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान के सभी स्टेट हाईवे पर एक साथ फास्ट टैग लागू करने की योजना बनाई गई है। इसको लेकर सचिव गालरिया ने भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट हाईवे पर फास्ट टैग का कार्य एक साथ किया जाए, जिससे लोगों को फायदा मिल सके। इसके लिए अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट पर पूरी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही पीडब्ल्यूडी, आरएसआरडीसी और रीडकोर के अधिकारियों को आपसी सामंजस्य कर प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं।