ऋषिकेश: पर्यटक आएं और रिवर राफ्टिंग का लुत्फ ना उठाएं, बात हजम नहीं होती। लेकिन इस कोरोना नामक बीमारी ने तो पर्यटकों के भी चेहरे उदास किए और राफ्टिंग कारोबार से जुड़े परिवारों के लिए भी मुसीबत खड़ी कर दी। चार महीने से गंगा में राफ्टिंग पूरी तरह से बंद है। मगर 15 सितंबर से सब बदलने वाला है।
पहले अप्रैल की तरफ लिए चलते हैं। आपको याद होगा कि मार्च के अंतिम हफ्ते से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने प्रदेश भऱ में हल्ला बोल दिया था। इसी कारणवश राफ्टिंग भी एक अप्रैल से बंद कर दी गई। इसके बाद जब संक्रमण में कमी आई तो बारिश का मौसम शुरू हो गया।
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लाजमी है कि जून, जुलाई और अगस्त में मॉनसून के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ जाता है। जिसकी वजह से गंगा में राफ्टिंग करना वर्जित कर दिया जाता है। इन्हीं सब कारणों से बीते करीब चार महीनों से ऋषिकेश में गंगाघाटी के कौडियाला-मुनिकीरेती इको जोन में राफ्टिंग का कारोबार चौपट हो गया है।
नुकसान की हद तो तब पता लगती है जब मालूम चलता है कि कारोबार से करीब 20 हजार से अधिक लोगों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार जुड़ा है। एक माह में 50 लाख से अधिक का कारोबार होता है। मगर पिछले चार महीनों ने सब उलट पलट कर दिया।
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हर साल की तरह अब इस बार सितंबर माह से राफ्टिंग सत्र शुरू होने की उम्मीद थी। जिस पर अब मुहर भी लगती नजर आ रही है। इसके लिए राफ्टिंग कारोबारियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति दिनेश भट्ट ने बताया कि कोविड के कारण एक अप्रैल से राफ्टिंग कारोबार बंद है।
हालांकि पहले पर्यटन विभाग की तकनीकी टीम गंगा के जलस्तर का निरीक्षण करने आएगी। पूरी जांच के बाद ही पर्यटन विभाग की ओर से राफ्टिंग संचालन की अनुमति दी जाती है। ऐसे में उम्मीद है कि 15 सितंबर तक राफ्टिंग शुरू हो जाएगी। अगर ऐसा होता है तो कारोबारियों के साथ पर्यटकों के लिए भी अच्छा होगा। गौरतलब है कि ऋषिकेश में 280 राफ्टिंग कंपनियां हैं, जिनकी 575 राफ्टों का संचालन होता है।
राफ्टिंग के रेट
दूरी – कहां से कहां तक – रेट प्रति व्यक्ति
35 – किमी कौडियाला से रामझूला तक – 2500 रुपये
20 – किमी कौडियाला से शिवपुरी तक – 1500 रुपये
10 – किमी मैरीन ड्राइव से शिवपुरी तक – 600 रुपये
25 – किमी मैरीन ड्राइव से रामझूला तक – 1500 रुपये
15 – किमी शिवपुरी से रामझूला तक – 1000 रुपये
9 – किमी ब्रह्मपुरी से रामझूला तक – 600 रुपये
9 – किमी क्लब हाउस से रामझूला तक – 600 रुपये
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