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नैनीताल की रुचिका ने केबीसी में जीते 12.50 लाख, अब करेंगी गरीब बच्चों के सपने साकार


हल्द्वानी: समाज में बेटियों का कद बढ़ रहा है, लगातार लड़कियां देश और दुनिया भर में लंबी लंबी छलांगे लगा कर खुद को साबित कर रही हैं। देश के मशहूर टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति में उत्तराखंड की बेटी ने भी अपना जौहर दिखाया है। महानायक अमिताभ बच्चन द्वारा संचालित किए जाने वाले इस शो में कोटाबाग की लड़की ने 12.50 लाख की मोटी रकम अपने नाम की है।

कोटाबाग (जिला नैनीताल) के पांडेगांव की रहने वाली रुचिका ने यह बड़ी धनराशि जीतने के बाद सारी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया है। रुचिका के केबीसी में यह रकम जीतने के बाद उनके परिवार और गांव में तो खुशी का माहौल है ही, साथ ही प्रदेशवासी भी इस सफलता से बेहद खुश हैं। सबसे ज़्यादा अहम बात है इस राशि का उपयोग। रुचिका का कहना है कि वे इस धनराशि से कोटाबाग क्षेत्र के गरीब बच्चों को पढ़ाएंगी।

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सोमवार को सोनी टीवी पर केबीसी की हॉटसीट तक पहंची रुचिका त्रिपाठी ने अमिताभ बच्चन के सवालों के बाखूबी जवाब दिए। बता दें कि रुचिका त्रिपाठी ने 25 लाख के सवाल से गेम छोड़ दिया था, जिसके बाद उन्हें पिछले पड़ाव यानी कि 12.50 लाख रुपयों की राशि जीत के रूप में प्राप्त हुई। रुचिका ने बताया कि गेम शो के 6वें और 7वें पड़ाव पर ही उनकी सभी लाइफलाइन्स खत्म हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने 25 लाख के प्रश्न में रिस्क ना लेते हुए गेम को छोड़ दिया। रुचिका ने बताया कि उस सवाल का जवाब भी उन्हें आता था मगर उन्होंने रिस्क लेना सही नहीं समझा।

इस धनराशि के अलावा भी केबीसी की तरफ से रुचिका की बहन को स्कॉलरशिप दी गई है। बहन संचीता त्रिपाठी को पांच लाख की स्कॉलरशिप मिली है। रुचिका ने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से मिलने का अनुभव साझा किया और बताया कि उन्हें साक्षात अमिताभ को देख कर लगा कि वो कोई सपना देख रही हैं। रुचिका के साथ उनके पिता भी गए थे मगर उनकी दूसरी कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के कारण वे प्रोग्राम में शामिल नहीं हो सके। बहरहाल तीसरी जांच में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है।

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रुचिका त्रिपाठी का बचपना कोटाबाग के इलाके में ही गुज़रा है। उनके पिता जगत त्रिपाठी आर्मी से सेवानिवृत्त है। उनकी माताजी एक हाउसवाइफ हैं। रुचिका त्रिपाठी का मानना है कि वे अपनी ज़िंदगी में जहां तक भी पहंच पाईं हैं, उसमें सबसे ज्यादा हाथ उनके माता-पिता का ही है।

रुचिका त्रिपाठी 1996 में त्रिवेणी हिल एकेडमी की छात्रा रही हैं। यहां हुई पढ़ाई के बाद रुचिका 9वीं से आगे की पढ़ाई के लिए अपने पिता के साथ दिल्ली नोएडा सेक्टर 44 में रहने लगी। इसके बाद 2016 में मिरांडा कॉलेज दिल्ली की टॉपर भी रही हैं रुचिका। वर्तमान में वे रिसर्च ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। वाकई देश और पहाड़ की बेटियां पंखों के बिना भी ऊंची ऊंची उड़ाने भरने में लगी हैं।

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