अल्मोड़ा: 17 अप्रैल को सल्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन व निर्वाचन आयोग तमाम कदम उठा रहा है। महामारी परेशानी का विषय ना बने इसके लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है। सल्ट में मतदाता ग्लव्स पहनकर मतदान करेंगे। उत्तराखंड के चुनावी इतिहास में पहली बार होगा कि मतदाताओं को वोटिंग और रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से पहले हाथों में दस्ताने पहनने होंगे।
नए नियम के अनुसार मतदाता पोलिंग बूथ में प्रवेश करेगा तो उंगली पर स्याही लगाने के बाद उसे ग्लव्स दिए जाएंगे। ग्लव्स पहनकर वह रजिस्टर पर हस्ताक्षर करेगा और इसके बाद ग्लव्स पहनकर ही वह ईवीएम का बटन दबाएगा। इसके बाद ग्लव्स डिस्पोज कर दिया जाएगा। कोविड-19 महामारी के संक्रमण से रोकथाम हेतु निर्वाचन आयोग ने यह प्रावधान बनाया है। बता दें कि पिछले साल विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का असामयिक निधन हो गया था। इसके बाद से सल्ट विधानसभा सीट खाली थी। सल्ट विधानसभा के उपचुनाव के लिए 17 अप्रैल को वोटिंग होगी। चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गया है जो 30 मार्च तक चलेगी। 31 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी और तीन अप्रैल तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकता है।
कोरोना वायरस के मामले उत्तराखंड में बढ़ने लगे हैं। निर्वाचन आयोग के लिए सल्ट चुनाव किसी चुनौती से कम नहीं है। सुरक्षा को देखते हुए जिन बूथों में एक हजार से अधिक मतदाता हैं, उन्हें दो बूथों में बदला गया है। सल्ट विधानसभा में 1000 मतदाता वाले 15 बूथ हैं। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में बूथों की संख्या 136 थी, जिसे बढ़ाकर 151 किया गया है। सामाजिक दूरी के नियम का पालन करवाने के लिए ही ये फैसला लिया गया है। इसके अलावा मतदान के दौरान कोई हड़बड़ी नही हो इसके लिए वोटिंग का समय भी एक घंटा बढ़ाया गया है। उपचुनाव के लिए सुबह आठ बजे के स्थान पर सुबह सात बजे से वोटिंग होगी जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। पोलिंग बूथ की कतारों में मतदाता को मास्क और सैनिटाइजर तथा सामाजिक दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।