नई दिल्ली: 12 अप्रैल क्रिकेट के लिए बेहद खास है। इस दिन का कनेक्शन क्रिकेट के उन महान खिलाड़ियों से है जिन्होंने पूरी दुनिया में क्रिकेट का वर्चस्व बढ़ाया। पहला भारत के महान ऑलराउंडर वीनू मांकड और दूसरा वेस्टइंडीज व दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज ब्रायन लारा। 12 अप्रैल दोनों ही खिलाड़ियों के लिए बेहद खास है। आज ही के दिन वीनू मांकड का जन्म हुआ था और 12 अप्रैल को ही ब्रायन लारा ने टेस्ट क्रिकेट में 400 रन बनाए थे जो आज भी कोई नहीं तोड़ पाया है।
वीनू मांकड-
भारत के इस महान खिलाड़ी का जन्म 12 अप्रैल 1917 में हुआ। मांकड़ ने भारत के लिए 44 टेस्ट मैचों में 2109 रन और 162 विकेट हासिल किए। वीनू माकंड का सर्वोच्च स्कोर 231 रहा। इसके अलावा उन्होंने गेंदबाजी में 32.32 की औसत से 162 विकेट भी चटकाए। उन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में 34.70 की औसत से 26 शतक और 52 अर्द्धशतक सहित 11,591 रन बनाये तथा गेंदबाजी में 24.53 के शानदार औसत से 782 विकेट भी लिए।
वीनू मांकड़ के नाम से भारत में अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट भी होता है। इस बार आईपीएल में एक वाक्या खूब वायरल हुआ, जी हां हम बात कर रहे हैं “मांकड़ रन आउट”। किंग्स-11 पंजाब के कप्तान आर आश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के जॉस बटलर को इस तरह आउट किया तो वह वायरल हो गए। फिर लोगों ने मांकड़ रन आउट का इतिहास जाना जो कुछ ऐसा है। मांकड़ रन आउट में गेंदबाज बिना बॉल फेंके नॉन स्ट्राइक पर खड़े बल्लेबाज को आउट कर सकता है। अगर बल्लेबाज क्रीज से बाहर पाया जाता है तो उसे आउट दिया जाता है। पहले इस रूल में वार्निंग थी लेकिन बाद में उसे हटा दिया गया। वैसे क्रिकेट में इस तरह के आउट काफी कम देखने को मिलते हैं।
मांकड़ रन आउट की शुरुआत वीनू मांकड़ ने की। साल 1947 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। सिड़नी टेस्ट में मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को इस तरीके से आउट किया था। इसके अलावा मांकड़ भारत की पहली टेस्ट टीम का हिस्सा भी थे। भारत ने 25 जून 1932 में टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया था। अपनी पहली जीत के लिए टीम इंडिया को 20 साल का इंतजार करना पड़ा था। 1952 में भारत को पहली बार टेस्ट में जीत मिली थी। टीम इंडिया ने इंग्लैंड को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में मात दी थी। उस मैच में मांकड़ ने 12 विकेट अपने नाम किए थे।
ब्रायन लारा-विंडीज के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज ब्रायन चार्ल्स लारा दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने खासतौर से टेस्ट क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी से जो इतिहास रचे वह न केवल अद्भुत रहे, बल्कि विव रिचर्डस, सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाज भी उनके कायल रहे हैं। लारा ने 15 साल पहले आज के दिन यानी 12 अप्रैल को एक ऐसी पारी खेली थी जिसने उनका कद और ऊंचा कर दिया। लारा ने इस पारी के साथ एक ऐसा रिकाॅर्ड कायम कर दिया था जो आजतक किसी भी बल्लेबाज से नहीं टूटा। लारा ने 2004 में अपने होम ग्राउंड एंटीगुआ में इंग्लैंड के खिलाफ हुए टेस्ट मैच के दाैरान 400 रनों की नाबाद ऐतिहासिक पारी खेली थी। यह अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पारी रही। लारा ने इतने रनों तक पहुंचने के लिए 43 चाैके और 4 छक्कों समेत 582 गेंदों का सहारा लिया।
विंडीज-इंग्लैंड के बीच खेला गया यह टेस्ट ड्रा पर समाप्त हुआ था। टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने आई विंडीज की टीम ने पहली पारी 751 रनों पर घोषित। वहीं इंग्लैंड की पहली पारी 282 पर ढेर हो गई और विंडीज ने उन्हें फोलोऑन दे दिया। फिर बल्लेबाजी करने आई इंग्लैंड टीम ने अपने पैर क्रीज पर जमा लिए आैर विंडीज को कोई कोई विकेट नहीं लेने दिया। आखिरकार इंग्लैंड दूसरी पारी में 5 विकेट पर 422 रनों तक पहुंचाने में सफल रहा और मैच ड्रॉ पर रोक दिया। ब्रायन लारा ने 131 टेस्ट मैच खेलकर 11,953 रन बनाए हैं, जिसमें 34 शतक और 48 अर्धशतक शामिल हैं। तो वहीं वनडे क्रिकेट में ब्रायन लारा ने 299 मैच में 10,405 रन बनाएं हैं जिसमें 19 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में लारा के नाम 9 दोहरे शतक दर्ज हैं।