हल्द्वानी: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इरफान पठान ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को छोड़ने का फैसला किया है। पठान ने सौरभ गांगुली की कप्तानी में खेलना शुरू किया। वह साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे। इसके बाद 2004 पाकिस्तान व 2006 पाकिस्तान दौरे में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया। कराची टेस्ट के पहले ही ओवर में उन्होंने हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया था।
उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए कहा कि आज मैं सभी तरह की क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। यह मेरे लिए भावुक पल है, लेकिन यह ऐसा पल है जो हर खिलाड़ी की जिंदगी में आता है। छोटी जगह से हूं और मुझे सचिन तेंडुलकर और सौरभ गांगुली जैसे महान खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला, जिसकी हर किसी को तमन्ना होती है। इस दौरान उन्होंने अपने सभी टीम के सदस्यों, कोचों, सपॉर्ट स्टाफ और फैन्स का धन्यावाद किया। उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी साथियों, कोचों और स्पॉर्ट स्टाफ का शुक्रिया करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे हमेशा सपॉर्ट किया। मैं उस खेल को ऑफिशली छोड़ रहा हूं, जो मुझे सबसे अधिक प्यारा है।’ अपने रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए इरफान भावुक हो गए।
इरफान बोले ने आगे कहा, ‘जिंदगी का सबसे खास लम्हा जब भारतीय टीम की कैप मिली, मैं क्या कोई भी क्रिकेटर उस लम्हे को नहीं भूल सकता, जब वह अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है।’ पठान ने भारत के लिए टेस्ट 29 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 31.57 की औसत से 1105 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। उनके नाम 32.26 की औसत से 100 विकेट हैं, जबकि बेस्ट बोलिंग 59 रन देकर 7 विकेट है। टेस्ट में उन्होंने 2 बार 10 या उससे अधिक विकेट, 7 बार 5 विकेट और 2 बार 4 विकेट झटके हैं।
वनडे करियर में पठान ने 120 मैच में खेले और 23.39 की औसत से 1544 रन बनाए। उनके नाम 5 अर्धशतक भी हैं, जबकि उन्होंने 173 विकेट झटके। वहीं, टी20 फॉर्मेट में इरफान ने भारतीय टीम के लिए 24 मैच में में 172 रन बनाए और 28 विकेट अपनी झोली में डाले। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी इरफान पठान का प्रदर्शन शानदार रहा है। कई टीमों के लिए खेलने वाले इरफान पठान ने 103 मैच में 1139 रन बनाए और गेंद के साथ 33.11 के औसत से 80 विकेट अपने नाम किए थे।