हल्द्वानी: रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में जम्मू-कश्मीर के हाथों 253 रनों की हार के बाद उत्तराखण्ड मंगलवार को छत्तीसगढ़ ( रायपुर में) से भिडे़गा। टीम उत्तराखण्ड को ELITE ग्रुप में पहली जीत की दरकार रहेगी। पहला मैच उत्तराखण्ड के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं रहा था। जेके के खिलाफ उत्तराखण्ड के बल्लेबाजों के प्रदर्शन ने सभी को निराश किया। पहली पारी में टीम मात्र 84 रनों पर ऑल आउट हो गई, जबकि दूसरी पारी में पूरी टीम 149 रन ही बना सकी। बल्लेबाजी में दिक्षांशु नेगी ने 24 नाबाद औक 55 नाबाद बनाए तो वहीं गेंदबाजी राहिल शाह ने 8 विकेट अपने नाम किए। इन दोनों के अलावा कोई भी अपनी छाप नहीं छोड़ पाया।
उत्तराखण्ड टीम ने पहले मैच में आर्या सेठी को मौका दिया। जिस तरीके से वह दोनों पारियों में आउट हुए थे उसे देखकर लगा रहा है कि उनकी जगह विजय जेठी को मौका मिल सकता है। टीम के सीनियर बल्लेबाज कप्तान उन्मुक्त चंद और तन्मय श्रीवास्तव पर भी सभी की नजरे रहने वाली है। दोनों ही बल्लेबाजों को अहम मौके पर आगें बढ़कर टीम की जिम्मेदारी उठानी होगी। दूसरे मुकाबले सलामी जोड़ी में भी बदलाव हो सकता है। पिछले मुकाबले की दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज करणवीर कौशल की जगह उन्मुक्त चंद सेठी के साथ उतरे थे। क्रिकेट एक्सपर्ट गौरव अग्रवाल की मानें तो उत्तराखण्ड के बल्लेबाजों को क्रीज पर ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताने की कोशिश करनी होगी। टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने के लिए टॉप बल्लेबाजों को नींव रखनी होगी। पिछले मुकाबले में ऐसा कुछ नहीं हुआ, जिसका खामयाजा टीम को भुगतना पड़ा। दिक्षांशु ने गेंद और बल्ले दोनों से योगदान दिया और यह उन्हें प्रोत्साहित करेगा।
विकेटकीपर बल्लेबाज सौरभ रावत पर भी सभी नजरें बनी रहेगी, पिछले सीजन दोहरा शतक जमाने के बाद यह बल्लेबाज सभी की नजरों में है। पिछले सत्र की तरह यहां भी रावत को टीम के लिए संकटमोचक की जिम्मेदारी निभानी होगी। रणजी ट्रॉफी का यह सीजन उत्तराखणड के लिए आसान नहीं रहने वाला है क्योंकि पिछले सत्र उन्होंने प्लेट ग्रुप में खेला था। वहां टॉप करने के बाद उत्तराखण्ड को ELITE ग्रुप में खेलने का मौका मिला है, उत्तराखण्ड टीम को अगर घरेलू क्रिकेट में खुद को स्थापित करना है तो ELITE ग्रुप में अपने प्रदर्शन से छाप छोड़नी होगी।