नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट का नाम इतिहास के पन्नों में अमर करने में कुछ खिलाड़ी का नाम रहा है। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है सचिन रमेश तेंदुलकर। इस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से पूरी दुनिया में क्रिकेट का वर्चस्व बढ़ाया। ऐसा खेल दिखाया कि लोग उसे क्रिकेट का भगवान कहने लगे।
सचिन तेंदुलकर आज यानी 24 अप्रैल को 46 साल के हो गए है। पूरी दुनिया उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रही है। सचिन के क्रिकेट फैंस के लिए ये दिन किसी त्योहार से कम नहीं हैं। सचिन ने क्रिकेट के मैदान के अलावा भी अपने चरित्र से खूब नाम कमाया। उनके चरित्र के चलते करोड़ो लोग उन्हें अपने आर्दश मानते हैं। सचिन ने आखिरी मैच 16 नंवबर को वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखड़े मैदान पर खेला। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी दिखे।
सचिन के भाई ने उन्हें क्रिकेटर बनाने का सपना देखा था जिसे दोनों ने जिया। सचिन खुद अपने क्रिकेटर होने के पीछे अपने भाई को कारण मानते हैं। सचिन ने जिस मैदान से करियर की शुरुआत की थी उसी ग्राउंड पर अपने परिवार और घरेलू दर्शकों के बीच क्रिकेट छोड़ा। मास्टर ब्लास्टर जब आखिरी बार मैदान पर उतरे तो उन्होंने 22 यार्ड की उस पिच को झुककर सलाम किया। सचिन की विदाई स्पीच में कहे गए एक-एक शब्द ने लोगों के दिल को छुआ था।