नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी विश्वक्रिकेट का ऐसा नाम जिसकी पहचान उनके कूल माइंड से है। हार हो या जीत धोनी के चहरे पर कैमरा पिछले 15 सालों से भावना कैद करने की कोशिश करता है। धोनी अपने कूल अंदाज से टीम को लीड करते हैं और खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। इसके अलावा वो खिलाड़ियों को विवाद में पड़ने से भी रोकते हैं ताकि वो उनके क्रिकेट को खराब ना करें। आईपीएल सीजन-12 महेंद्र सिंह धोनी शानदार फॉर्म में हैं। इसका उदाहरण राजस्थान के खिलाफ मैच में दिखाई दिया।
इस मैच में एक वाक्या ऐसा भी सामने आया जिसने सभी क्रिकेट फैंस को चौका दिया। अंपायर के फैसले से निराश धोनी डग आउट से मैदान पर उतर गए। दरअसल चेन्नई सुपर किंग्स को जीत के लिए तीन बॉल पर केवल सात रनों की जरूरत थी। बेन स्टोक्स राजस्थान रॉयल्स के सैंटनर के लिए बोलिंग कर रहे थे। मैदान में भ्रम की स्थिति बन गई कि अंपायर गांधे ने नो बॉल का फैसला दिया है। लेकिन बाद में अंपायर ने कहा कि उन्होंने नो बॉल का फैसला नहीं दिया था। इसके बाद धोनी भी अंपायर के पास आए और उनसे कुछ कहते दिखे। हालांकि बाद में इस बॉल को सही बताया गया। धोनी की इस हरकत के लिए उनपर 50 प्रतिशत का जुर्माना ठोक दिया गया है। उन्हें नियमों आईपीएल के नियमों के उल्लंघन करने का दोषी पाया गया।
इससे पहले भी धोनी की अपांयरों के साथ बहस हो चुकी है। साल 2012 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में ट्राई सीरीज खेल रही थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा इस प्रतियोगिता में श्रीलंका भी थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मुकाबले में माइक हसी को विवादित तरीके से नॉट आउट देने के फैसले के बाद धोनी मैदानी अपांयरों से उलझ गए थे। इस मुकाबले का वीडियो आज भी यूट्यूब में काफी देखा जाता है। यब मुकाबला ब्रिसबेन में खेला गया था।
गुरुवार को जयपुर में राजस्थान और चेन्नई सुपर किंग्स आमने सामने थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान की टीम ने 7 विकेट पर 151 रन बनाए थे। चेन्नै को जीत के लिए 152 रन बनाने थे। चेन्नई सुपर किंग्स की शुरूआत बेहद खराब रही। पहले ही ओवर में शेन वॉटसन शून्य रन पर पविलियन लौट गए। इसके बाद डु प्लेसिस और सुरेश रैना का भी विकेट क्रमशः 7 और चार रन बनाकर गिर गया। चौथे नंबर पर बैटिंग करने उतरे कप्तान धोनी ने टीम को संकट से उभारा। अंबाती रायुडू और धोनी ने 95 रनों की शानदारी साझेदारी की। रायुडु ने अपना अर्द्धशतक पूरा किया। धोनी ने मैच का रुख जीत की ओर मोड़ दिया। हालांकि आखिरी ओवर में स्टोक्स की गेंद पर वह 58 रन बनाकर बोल्ड हो गए।
इसके बाद सैंटनर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। बेन स्टोक्स के ओवर में आखिरी पर बॉल में जीत के लिए तीन रनों की जरूरत थी। आखिरी बॉल पर सैंटनर ने छक्का लगाकर चेन्नई सुपर किंग्स को जीत दिलाई। धोनी को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। हालांकि मैच के बाद इस बारे में धोनी ने कोई बात नहीं की और यह कहते हुए बात टाल दी कि ‘आप हमारे और अंपायर के बीच बातचीत के बारे में तो नहीं पूछना चाहते हैं?’