Trainee IAS Pooja Khedkar: Transfer : महाराष्ट्र की एक महिला ट्रेनी IAS इन दिनों काफी चर्चा में हैं। जिनका नाम है डॉ. पूजा खेडकर। और जो अपनी वीआईपी मांग को लेकर सुर्खियों में हैं। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने कथित तौर पर सत्ता के दुरुपयोग के बाद प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी डॉ पूजा खेडकर को पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया है। ( Trainee IAS Pooja Khedkar )
अपनी डिमांड को लेकर आई चर्चा में
दरअसल, आरोप है कि ट्रेनी आईएएस डॉ. पूजा खेडकर लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट वाली अपनी पर्सनल ऑडी कार का यूज करती थीं। इतना ही नहीं पूजा ने इस प्राइवेट कार पर ‘महाराष्ट्र शासन’ भी लिखवाया है। इसके अलावा उन्होंने कलेक्टर कार्यालय से वीआईपी नंबर प्लेट वाली कार, आवास और एक कांस्टेबल, कर्मचारियों की मांग की थी। जबकि नियमानुसार एक प्रोबेशन अधिकारी को ये सुविधाएं नहीं दी जा सकती। हद तो तब हो गई थी जब पुणे कलेक्टर कार्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी की नेमप्लेट हटाकर पूजा ने अपनी नेम प्लेट लगवा दी। पूजा पर यह भी आरोप है कि 8 से 20 जून 2024 के बीच पूजा ने अपर कलेक्टर की इजाजत के बिना कुर्सियां, सोफा, टेबल समेत उनके दफ्तर का तमाम फर्नीचर और सभी सामान बाहर निकाल दिया। ( Trainee IAS Pooja Khedkar demanded VIP treatment transferred )
कौन है ट्रेनी IAS पूजा खेडकर
ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने साल 2021 का UPSC एग्जाम क्लियर किया था। परीक्षा में उनकी ऑल इंडिया रैंक 821 आई थी। उन्होंने खुद को दिव्यांग बताते हुए कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में याचिका भी दायर की थी। इसके पीछे पूजा खेडकर का कहना था कि दिव्यांग उम्मीदवारों को एससी/एसटी उम्मीदवारों की तुलना में अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लिहाजा उन्हें भी समान लाभ दिए जाने चाहिएं।