हल्द्वानी: एनएच74 घोटाले के संबंध में उत्तराखण्ड सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव को निलंबित कर दिया है। NH-74 घोटाले में नाम सामने आने के बाद जांच कर रही SIT ने दोनों अफसरों से पूछताछ भी की थी। दोनों अधिकारियों के निलंबित होने की पुष्टि खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की।
बता दें कि एनएच 74 में करीब 300 करोड़ रुपये से ज़्यादा का घोटाला हुआ था जो राज्य में सबसे बड़ा मुद्दा रहा है। विपक्ष ने सरकार पर इस घोटले पर धीमी कार्रवाई का भी आरोप गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सत्ता संभालते ही इस मामले में कार्रवाई करने का ऐलान किया था। राज्य सरकार ने इस घोटाले की सीबीआई जांच की सिफ़ारिश भी की थी लेकिन सीबीआई ने यह केस नहीं लिया। इसके बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच एसआईटी को सौंप दे दी।पिछले महीने ही एसआईटी ने दोनों अधिकारियों से पूछताछ भी की थी और कयास लगाए जा रहे थे कि इन अधिकारियों का निलंबन किया जा सकता है। 2011 से 2016 के बीच यूएसनगर के चार तहसीलों, जसपुर, काशीपुर, बाजपुर और सितारगंज में किसानों और कर्मचारियों, अधिकारियों ने भूमि घोटाले को अंजाम दिया था। अब तक इस मामले में 20 लोगों को जेल भेजा जा चुका है, जिसमें पांच पीसीएस अफसर शामिल हैं।
अब एसआईटी के निशाने पर उच्च अधिकारी आए हैं।निलंबित दोनों अधिकारी ऊधम सिंह नगर के ज़िलाधिकारी रहे थे। उन्होंने आर्बिट्रेटर की भूमिका में रहते हुए 15 से ज्यादा अनियमितताओं को अंजाम दिया था।