हल्द्वानी: चाहे कुमाऊं क्षेत्र हो या गढ़वाल क्षेत्र, जंगली जानवरों जैसे गुलदार का आतंक बना हुआ है। आए दिन गुलदार के हमले से हुई मौतों और घायलों की खबर सुनने को मिलती रहती है। एक और खबर गढ़वाल सीमा के पास बसे बारंगल गांव से आई है। यहां एक महिला को रुलदार ने अपना शिकार बना लिया।
दरअसल जिला अल्मोड़ा, स्यालदे गांव की तहसील मुख्यालय से करीबन 25 किमी की दूरी पर ही एक छोटा सा गांव बसा हुआ है। जिसके नाम बारंगल है। यहां की निवासी 50 वर्षीय शांति देवी अपने घर में अकेले ही रहती थीं। बीते सोमवार से वह अपने घर से गायब थीं। गांव वालों ने उनकी गुमशुदगी पर गौर इसलिए नहीं किया क्योंकि वे अक्सर अपने भाई महेश चंद्र बलौदी के पास गई होंगी।
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बहरहाल घर से मात्र 300 मीटर की दूरी पर जंगल में बुज़ुर्ग महिला का शव लहु लुहान हालत में मिला। ग्राम प्रधान खीमानंद बलौदी ने बताया कि शांति देवी का टार्च घर की देहरी पर गिरा पड़ा था। सभी का मानना है कि, शायद घर से ही गुलदार महिला को उठाकर ले गया होगा। ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है कि घर पर भी अब लोग सुरक्षित नहीं हैं।
ऐसा नहीं है यहां इस तरह का कोई हमला पहली बार हुआ है। बीते कुछ समय में गुलदार के कारण ही काफी ग्रामीणों की जान पर बन आई है। ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार की दहशत से घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो रहा है। ऐसे में उन्होंने वन विभाग से गुलदार को आदमखोर घोषित कर पिंजड़े में कैद किए जाने या उसे मार गिराए जाने की मांग उठाई है। बता दें कि तहसील प्रशासन व वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची थी।
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