देहरादून:तारीख 16 दिसंबर साल 2012 दिल्ली में युवती के साथ हुए गैंगरेप ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। निर्भया मौत को मात नहीं दे सकी और वो देश में महिलाओं के प्रति सुरक्षा पर एक बहुत बड़ा सवाल खड़ाकर चले गई। उसके कातिल आज भी जिंदा। पूरा देश उन कुकर्मियों को फंसी के फंदे तक पहुंचाना चाहता है। इस घटना के बाद देश में महिला सुरक्षा को लेकर हर रोज सवाल उठते रहे।
सरकार ने ठोस कदम उठाए लेकिन रेप की घटनाओं में लगाम नहीं लगाया जा सका है। ठीक पांच साल बाद उत्तराखण्ड से सामने आई घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। एक मचलने ने घर लौट रही छात्रा को जिंदा जला दिया।
खबर के अनुसार घटना रविवार तीन बजे की है। पीडित छात्रा पौड़ी के बीजी रेड्डी कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष में पढ़ती है। रविवार को वह प्रैक्टिकल की परीक्षा देकर कॉलेज से घर लौट रही थी। इस दौरान आरोपी ने उसे (भीमली )रोका और छेड़खानी करने लगा। छात्रा ने उसकी हरकत का विरोध किया तो आरोपी ने उसपर पेट्रोल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया।
बेहद गंभीर हालत में छात्रा को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस इसे एक तरफा प्रेम प्रसंग का मामला मान रही है। आरोपी वाहन चालक है। आरोपी की पहचान गहड़ निवासी युवक मनोज के रूप में हुई है। और वो शादीशुदा बताया जा रहा है।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। आसपास जंगल का इलाका होने के कारण छात्रा की चीख-पुकार किसी को नहीं सुनाई दी। गंभीर हालत में झुलसी छात्रा मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ी। काफी देर बाद किसी राहगीर ने उसे देखा और समीप के ग्रामीणों को इसकी सूचना दी।
108 की मदद से ग्रामीणों ने उसे पौड़ी जिला अस्पताल भिजवाया जहां से उसे श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। डाक्टरों का कहना है कि छात्रा 70 फीसदी तक झुलस गई है। इस मामले में पुलिस ने तुरंत कर्रवाई कर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है।