देहरादूनः महेश नेगी दुष्कर्म मामले में लगातार नए मोड़ देखने को मिल रहे है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार जिस महिला पर विधायक की पत्नी ने ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए थे वह महिला बार बार अपना बयान बदल रही है। महिला द्वारा दी गई तहरीर और महिला के बयानों में भी विरोधाभास मिला है। इस पर अब पुलिस विधिक राय लेकर महिला के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज करवा सकती है और उन्हीं बयानों के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
मामले में अब बाल आयोग ने भी एसएसपी को एक लेटर लिखा है, इसमे बच्ची की आइडेंटिटी पर सवाल उठने को लेकर कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। वहीं विधायक महेश नेगी से घंटों पूछताछ की गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि महेश नेगी डीएनए टेस्ट के लिए तैयार है।
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बता दें कि महेश नेगी की पत्नी ने दून की एक महिला और उसके परिवार पर ब्लैकमेल कर रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि महिला ने MLA विधायक से संबंध होने की बात कहते हुए पांच करोड़ रुपये की मांग की है। साथ ही रकम नहीं देने पर उनके बेटे को भी जान से मरवाने और विधायक के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा कराने की धमकी दी है। दूसरी ओर महिला ने विधायक पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है।
मुकदमा दर्ज होने के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में महिला ने विधायक महेश नेगी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप लगाया कि विधायक ने उसका दो वर्ष तक शारीरिक शोषण किया। दावा किया कि उसकी बेटी के पिता विधायक महेश नेगी ही हैं। महिला ने कहा कि वह बेटी और विधायक का डीएनए टेस्ट कराना चाहती है। वहीं विधायक ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। विधायक का कहना है कि वे किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।1.47 मिनट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें महिला ने अपने ऊपर लगे रंगदारी मांगने के आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया। वीडियो में उसने बताया कि उसने ऐसी कोई मांग विधायक के परिवार से नहीं की है। पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है।