देहरादून: प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, सिंचाई एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री रहे बची सिंह रावत (बचदा) के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
सतपाल महाराज ने बचदा के निधन को एक अपूरणीय क्षति बताया है। साथ ही मंत्री सतपाल महाराज ने यह भी कहा कि वह जमीन से जुड़े सरल, मृदुभाषी, विनम्र और कुशल राजनीतिज्ञ थे।
बता दें कि रविवार रात को पूर्व केंद्रीय मंत्री बची सिंह रावत इस दुनिया को छोड़कर विदा हो गए। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे बची सिंह रावत को तबीयत खराब होने पर शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के अनुसार उन्हें सांस लेने की दिक्कत हो रही थी। बचदा के नाम से प्रसिद्ध बची सिंह रावत को हल्द्वानी से एयरलिफ्ट कर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां काबिल डॉक्टरों की टीम द्वारा उनकी देखरेख की जा रही थी। बता दें कि वह फेफड़े के संक्रमण से पीड़ित थे।
यह भी पढ़ें: नैनीताल जिले में दूसरे राज्यों से आने वालों को अब होना पड़ेगा क्वारंटाइन
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड बड़ी खबर, पूर्व सांसद बची सिंह रावत का निधन
एम्स आईपीडी में संस्थान के पल्मोनरी मेडिसिन व जनरल मेडिसिन विभाग में उनका इलाज किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा। डॉक्टरों ने उन्हें सीपीआर दिया लेकिन रात 8 बजकर 47 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बता दें कि बची सिंह रावत 72 साल के थे।
बची सिंह रावत को उत्तराखंड की राजनीति में काफी बड़ा दर्जा दिया जाता है। वह चार बार अल्मोड़ा सीट से सांसद रहे थे। लगातार तीन बार उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव में पटखनी दी थी। इसके साथ ही वह केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में नया नियम,बिना मास्क वालों से वसूला जाएगा पहले से ढाई गुना ज्यादा जुर्माना
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन के दिन भी राहत नहीं, उत्तराखंड में 2630 कोविड केस मिले
यह भी पढ़ें: जीबी पंत यूनिवर्सिटी में मची खलबली, एक साथ 29 छात्र निकले कोरोना पॉजिटिव
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला,शादी में केवल 100 लोगों की होगी एंट्री