देहरादून: राज्य में तमाम दिक्कते हैं। उत्तराखंड की स्थापना हुए 20 साल पूरे होने को हैं फिर भी लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ता है। कुछ योजनाओं धरातल में उतारी जाती हैं तो उसमें जेब भरने की तैयारी ऊपर से लेकर नीचे के लोग करने लगते हैं। ऐसे कामों के बारे में जनता अधिकारियों को सूचित करती है लेकिन कोई कार्यवाही हो तब ना….यह था पुराने वक्त में काम करने का तरीका… जैसा चलता है वैसा चलते रहने दो लेकिन उत्तराखंड में अब कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं जो फौरन एक्शन लेने में विश्वास रखते हैं। मामला सामने आया है पौड़ी के केंद्रीय विद्यालय-देहलचौरी मोटर मार्ग का, जहां निर्माण कार्य में गड़बड़ झाला चल रहा था। लोगों ने शिकायत डीएम धीराज गर्ब्याल से कर दी तो उन्होंने तुरंत काम रुकाया।
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बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य में लो श्रेणी की सामाग्री का उपयोग किया जा रहा था। इस तरीके के काम होते होंगे तो कैसे कोई सड़क एक सीजन भी चल सकती है। डीएम इस मामले में गड़बड़ी करने वालों को छोड़ने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने जांच की बात कही है और एक टीम का गठन भी हो चुका है। जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया है। जो निर्माण कार्य की जांच करेगी। डीएम ने टीम को एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट देने को कहा है।
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जानकारी के मुताबिक थोड़े दिन पहले इसी रोड पर नया केंद्रीय विद्यालय बना है। ऐसे में स्कूल तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क का होना जरूरी है। तब ग्रामीणों ने डीएम से सड़क की मरम्मत कराने की गुहार लगाई। डामरीकरण का जिम्मा लोनिवि को दिया गया। लोनिवि सड़क का काम कराने लगा लेकिन निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता भगवान भरोसे छोड़ दी गई। ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है। जिसमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा। यह काम मात्र खानापूर्ति के लिए हो रहा है। गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने डामरीकरण का कार्य रोकने के निर्देश दे दिए हैं।
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इस मामले में एक बार फिर सामने आया है कि गड़बड़ी ऊपर से ही है। विभाग ने काम अधूरा किया और जनता की परेशानी अभी भी बरकरार हैं।एक तो पहले से भारत की राजनीति में तोड़फोड़ की बाते ज्यादा होती है, दूसरा अगर विभाग अपनी कार्यशैली को नहीं सुधारेगा तो कैसे हम एक उज्जवल भारत का सपना पूरा कर पाएंगे। पौड़ी के लोगों को उम्मीद है कि जांच के पूरा होने के बाद यह काम दोबारा शुरू होगा और गड़बड़ी करने वालों को सजा जरूर मिलेगी।