कोरोना काल में लोग वैसे ही डर के साए में रह रहे हैं। उन्हें बस इंतजार है कि कब इस वायरस के खिलाफ जंग को जीता जाए और जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाया जाए। लेकिन कुछ हैं जो लगातार सोशल मीडिया पर गलत जानकारी वायरल कर माहौल खराब कर रहे हैं। लॉकडाउन के पहले दिन से पुलिस इस कार्यों में जुटे लोगों को सबक सीखा रही है लेकिन इसके बाद भी इस तहर की गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रही है। लॉकडाउन को लेकर एक फेक न्यूज वायरल कर दी। कोई एक या दो दिन का नहीं बल्कि दस दिन के लॉकडाउन के संबंध को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हुई खबर ने हलचल मचा दी।
इस बारे में जैसे ही उत्तराखंड सरकार को पता चला तो उनकी ओर से साफ किया कि इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया गया है। यह खबर पूरी तरह से असत्य और भ्रामक है। इसके अलावा डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा कि इस तरह हरकत बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं होगी।
सोशल मीडिया पर इन दिनों कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर लगातार गलत जानकारियां वायरल हो रही है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार को कुछ खुराफातियों ने सोशल मीडिया पर एक झूठी खबर वायरल कर दी कि उत्तराखंड में 27 जुलाई से छह अगस्त तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ये खबर पूरी तरह से फर्जी है। इस तरह के कामों में लिप्त लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सेल और साइबर सेल इसकी जांच कर रहे हैं। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों हल्द्वानी में विशाल मेगा मार्ट के कर्मचारियों को कोरोना संक्रमित होने की झूठी खबर फैली। इस मामले की शिकायत भी साइबर सेल में की गई है।