बता दें कि मामले के बारे में तब पता चला जब स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने परिवारवालों के साथ पथरी थाने पहुंचकर बीस वर्षीय युवती ने अपनी बात आपबीती सुनाई। युवती ने बताया कि अप्रैल में उसको किडनैप कर लिया गया था। युवती ने बताया कि मुजफ्फरनगर में उसे एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था। वही इस घिनोनी वारदात को अंजाम दिया गया। युवती ने बताया कि उसके साथ सोनू पुत्र सूरज, उसके भाई अजय, परिचित ओमपाल पुत्र रामपाल निवासीगण क्लासपुर जसमोर छपार जिला मुजफ्फरनगर ने सामूहिक दुष्कर्म किया।
वहीं युवती ने यह भी बताया कि सोनू की पत्नी व एक अन्य महिला ने भी उनकी मदद की और उसे प्रताड़ित करती रही। इसके बाद युवती ने हार नहीं मानी और वो आरोपियों के चंगुल से छूटकर भागने होने में कामयाब रही। स्थानीय पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए इस संबंध में सामूहिक दुष्कर्म, बंधक बनाकर प्रताड़ित करने, मारपीट करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
एसओ पथरी गोविंद कुमार का कहना है कि मुख्य आरोपी सोनू खुद को चिकित्सक बताता था और वह एक गांव में किराये के मकान पर रहता था।