देहरादून: CBSE ने इंटर के नतीजे घोषित कर दिए हैं। उत्तराखण्ड में इस बार फिर लड़कियों ने बाजी मारी। ऋषिकेश की गौरांगी चावला ने ऑल इंडिया सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में 498 अंकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जबकि प्रदेश में टॉप किया है। एक खबर ऐसी भी है जहां बेटी के पास होने के बाद परिवार के आंसू निकल गए। 2 महीने पहले उस परिवार ने जिंदगी का सबसे बड़ा दर्द साहा था। इसके बाद भी बेटी ने परीक्षा में बैठने के फैसला किया है और फस्ट डिविजन से पास भी हुई।
पुलवामा हमले में देहरादून के मोहनलाल रतूड़ी शहीद हो गए थे। उनकी बेटी गंगा ने सीबीएसई से 12वीं पास कर ली। उन्होंने कहा कि वो अब अपने पिता का सपना पूरा करेगी। उसने अपने पापा को वजन दिया था कि वह एक अच्छा डॉक्टर बनकर दिखाएगी। बता दें कि 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में दून निवासी सीआरपीएफ की 110वीं वाहिनी में एएसआई मोहनलाल रतूड़ी शहीद हो गए थे। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रही बेटी गंगा के लिए यह खबर गहरा सदमा लेकर आई। पिता को खोने के बाद गंगा पूरी तरह से टूट गई थी लेकिन उसने साहस किया और परीक्षा में बैठने का फैसला किया।
वहीं सीबीएसई ने भी शहीदों के बच्चों को अलग से परीक्षा देने का इंतजाम भी किया था। बायोलॉजी, हिंदी और फिजिकल एजुकेशन की परीक्षाएं तो गंगा ने सभी छात्रों के साथ दी लेकिन फिजिक्स, केमिस्ट्री और इंगलिश की परीक्षा के लिए सीबीएसई ने बाद में इंतजाम कराया। दो मई को बोर्ड का परिणाम आया तो गंगा ने परीक्षा 68.8 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर ली।
अपने पिता को याद करते हुए गंगा कहती हैं कि उसे गायन का काफी शौक था लेकिन पापा चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूं। जब डॉक्टर बन जाएगी तो पहली दवा मैं ही लूंगा। पिता को दिए अपने वचन के तहत अब गंगा ने डॉक्टर बनने का फैसला लिया है। इसके लिए वह कोटा में कोचिंग की तैयारी कर रही हैं। गंगा इस बात से निराश है कि उसकी इस खुशी में उसके पापा साथ नहीं है, वह कहती है कि अगर वो हमारे बीच होते तो कफी खुश होते।