ऊधमसिंह नगर: फेसबुक पर मुलाकात, फिर बात और प्यार के कई किस्से सामने आ गए हैं। फेसबुक के जरिए कई लोग घर भी बसा चुके हैं। कई बार अपने प्यार को पाने के लिए लोग विदेश से इंडिया भी पहुंचे हैं। प्यार का आगें ना दूरी देखी जाती है या फिर कोई धर्म… इस तरह का मामला खटीमा में देखने को मिला। छत्तीसगढ़ की युवती की मुलाकात फेसबुक पर काशीपुर निवासी युवक से हुई। दोनों बात करने लगे और फिर ये सिलसिला प्यार में तब्दील हो गया। इसके बाद दोनों ने साथ जीने और मरने की कसमें भी खाली।
लड़की प्रेमी को पाने के लिए खटीमा पहुंच गई लेकिन दोनों अलग-अलग धर्म से इस वजह से विवाद पैदा हो गया। लड़का इस्लामनगर का रहने वाला है। जैसे ही हिंदूवादी संगठनों को लड़का-लड़की के अलग-अलग समुदाय से होने का पता चला वो तहसील पहुंच गए, वहां जमकर हंगामा किया। पुलिस ने बताया है कि युवती के परिजनों ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में आने वाले जामुल थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
खबर की मानें तो युवती 2 हफ्ते पहले खटीमा पहुंच गई थी। वह प्रेमी के घर पर ही रह रही थी। दोनों ने शादी करने का फैसला किया और इस संबंध में वह एसडीएम कोर्ट पहुंचे तो हिंदू सगंठनों को इसकी भनक लग गई। इसके बाद तहसील में जमकर हंगामा हुआ। एसडीएम की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए कोतवाली ले गई। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। इस मामले में गौरक्षा प्रमुख रंदीप भाई पोखरिया ने कोतवाली पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी। इस मौके पर सुरेश कुशवाहा, ठाकुर जितेंद्र ¨सह पावस गुप्ता, हयात सिंह बिष्ट, सतीश भट्ट, गौरव सोनकर, प्रभाकर आदि मौजूद थे।
शुक्रवार को दोनों युवक व युवती अपने अधिवक्ता को साथ लेकर एसडीएम कोर्ट में कोर्ट मैरिज की अनुमति लेने आए थे। विश्व हिंदू परिषद गौरक्षा प्रमुख रंदीप पोखरिया ने पुलिस को बताया कि 11 मई 2018 में धर्म स्वतंत्रता अधिनियम लागू किया जा चुका है। युवक के विरुद्ध उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। कोतवाल संजय पाठक ने बताया कि इस मामले में युवती के परिजनों ने छत्तीसगढ़ दुर्ग जिले के जामुल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। जिसकी सूचना वहां के थाने के साथ युवती के परिजनों को दे दी गई है। फिलहाल दो समुदायों से मामला जुड़े होने की वजह से गहनता जांच-पड़ताल की जा रही है।