देहरादून: सरकार बनाने के डेढ़ साल के लंबे वक्त के बाद सरकार ने रिक्त दायित्वों को बांट दिया है। सरकार द्वारा शनिवार को 14 भाजपा कार्यकर्ताओं को विभिन्न निगमों, आयोगों, बोर्डों व परिषदों में अहम जिम्मेदारी दी है। इस लिस्ट में पूर्व विधायक व संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल हैं। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही दूसरी और तीसरी सूची जारी की जाएगी।
साल 2017 में प्रदेश में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता लंबे समय से दायित्व वितरण पर सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे थे। सरकार बनने के कुछ महीने बाद दायित्व वितरण की सुगबुगाहट तेज हुई थी लेकिन चर्चाओं से आगे नहीं बढ़ी। सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर भी यह चर्चाएं फिर उछलीं लेकिन इसके कार्यकर्ताओं का इंतजार बढ़ता गया। निकाय चुनावों से पहले भी दायित्व वितरण के कयास तेजी से लगाए गए। अब लोकसभा चुनावों से पहले सरकार ने दायित्व वितरण करने का काम शुरू किया है।
पहले शुक्रवार को दायित्व वितरण की बात कही जा रही थी लेकिन नाम फाइनल नहीं हो पाए। शनिवार को सरकार ने 14 भाजपा नेताओं को दायित्वों से नवाजा है। सुबह तक 11 नेताओं को दायित्व वितरीत करने की बात कही जा रही थी लेकिन शाम को इनमें तीन और नए नाम जोड़े गए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सभी दायित्वधारियों को अपने आवास पर आमंत्रित किया और उन्हें शुभकामनाएं भी दीं।
- मोहन प्रसाद थपलियाल – बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का अध्यक्ष
- केदार जोशी- अध्यक्ष कुमाऊं मंडल विकास निगम
- नरेश बंसल- उपाध्यक्ष राज्य स्तरीय 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति
- गजराज बिष्ट – अध्यक्ष, उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड
- ज्ञान सिंह नेगी- उपाध्यक्ष राज्य ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार परिषद
- शमशेर सिंह सत्याल – अध्यक्ष श्रम संविदा सलाहकार बोर्ड
- डॉक्टर विनोद आर्या – उपाध्यक्ष पशु कल्याण बोर्ड
- महावीर सिंह रांगड़ – अध्यक्ष गढ़वाल मंडल विकास निगम
- डॉ. आरके जैन – अध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग
- शमीम आलम – अध्यक्ष उत्तराखंड राज्य हज समिति
- दीप्ति रावत – उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा उन्नयन समिति
- घनानंद – उपाध्यक्ष उत्तराखंड संस्कृत साहित्य एवं कला परिषद
- राजेश कुमार – अध्यक्ष समाज कल्याण अनुश्रवण समिति