उत्तराखंड:कल एक ओर जहां मातृत्व दिवस के उपलक्ष्य में पूरा देश माओं को बधाईयाँ दे रहा था वहीं बबियाड़ गांव की एक मां की ममता पर कल मातम के बादल छा गये।यह जानकर कलेजा सहम उठता है कि उत्तराखंड के इस जवान की मां ने अभी दो महीने पहले ही बेटे के सेना में भर्ती होने पर अपने हाथों से मिठाईयां बांटी ,परिजनों के साथ जमकर खुशियां मनाई ,उस मां के लिए ऐसे खुशी के कारण को बेटे की मौत की कारण के रूप में स्वीकारना कितना मुश्किल रहा होगा।आर्मी कैंट रानीखेत में शनिवार को स्वीमिंग पूल में तैराकी का प्रशिक्षण करते समय डूबने से रिक्रूट देवेंद्र सिंह संभल की मौत हो गयी थी।
देवेंद्र सिंह संभल की पार्थिव देह जैसे ही रविवार को धारी ब्लॉक स्थित उसके गांव बबियाड़ लाई गई, वहां कोहराम मच गया। जवान बेटे की पार्थिव देह को देख मां गोमती देवी और दो बड़े भाइयों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। इससे पूर्व कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र (केआरसी) में रिक्रूट की पार्थिव देह का रविवार को राजकीय अस्पताल में पुलिस व सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया। सैन्य अस्पताल में रिक्रूट को गार्ड ऑफ आनर देने के बाद सेना के वाहन से उसके पार्थिव शरीर को गांव भेज दिया है। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सैन्य सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पोस्टमार्टम के दौरान मृतक का भाई तारा सिंह, चाचा जीवन सिंह, संतोष सिंह सम्मल आदि भी मौजूद रहे।
इतनी छोटी उम्र में देवेंद्र की मृत्यु से पूरे गांव में मायूसी का माहौल है।रिक्रूट देवेंद्र सिंह सम्मल के भाई तारा सिंह ने बताया कि देवेंद्र को सेना में जाने का शौक बचपन से ही था। दो माह पूर्व 25 मार्च को वह सेना में भर्ती हुआ। इसके लिए वह सुबह और शाम रोज कड़ी मेहनत कर रहा था। चाचा जीवन सिंह ने बताया कि सेना में जाने के चक्कर में देवेंद्र ने बीएससी अंतिम वर्ष की परीक्षा तक नहीं दी, हालांकि वह पढ़ाई में भी काफी होशियार था। देवेंद्र सिंह तीन भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था। दोनों भाई घर पर ही रहते हैं, जबकि दो बड़ी बहनों का विवाह हो चुका है। 25 मार्च को जब देवेंद्र सेना में भर्ती हुआ तो मां गोमती देवी सहित परिजनों ने जमकर खुशियां मनाई, लेकिन दो महीने से कम समय में शनिवार की शाम पौने पांच बजे जब गांव में उन्हें हादसे की सूचना मिली तो देवेंद्र की मौत की खबर ने सबको तोड़कर रख दिया ।
देवेंद्र के पिता शिवराज सिंह की एक साल पहले हार्टअटैक से मौत हुई थी। परिजन पिता की मौत के सदमे से उबरे तक नहीं थे कि जवान बेटे की मौत से परिवार में मातम छाया है। तमाम लोग सांत्वना देने उसके घर पहुंच रहे हैं।पैतृक घाट में सोमवार को जवान की सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गयी। विधायक राम सिंह कैड़ा अध्यक्ष मुकेश बोरा, भाजपा नेता तारा दत्त पांडे, चंदन संभल, तारा सिंह, गोविंद मेहता, पूरन सुयाल,दुग्ध संघ लालकुआं के अध्यक्ष मुकेश बोरा, दीपक दानी, जगदीश नागरकोटी, कुंदन चिलवाल आदि ने शोक व्यक्त किया है।