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आतंकवादियों से अकेला लड़ गया आर्मी डॉग ZOOM, पूरा देश मांग रहा है सलामती की दुआ


नई दिल्ली: डॉगी पर अत्याचार के कई मामले बीते कुछ समय में सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र रहे हैं। मगर डॉग्स लगातार अपनी बहादुरी, विश्वसनीयता दिखाते रहे हैं। शनिवार को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में ऑपरेशन तांगे पवास चलाया गया था। इस ऑपरेशन में आर्मी डॉग जूम की बहादुरी की वजह से दो आतंकवादियों को पकड़ा जा सका है।

बता दें कि मुठभेड़ में आर्मी डॉग (जूम) गंभीर रूप घायल हो गया था। इसके बाद कैनाइन योद्धा जूम की सर्जरी हुई। आर्मी डॉग अभी भी गंभीर स्थिति में है और अगले 48 घंटों तक एक मेडिकल टीम की कड़ी निगरानी में रहेगा। भारतीय सेना के अधिकारियों की मानें ज़ूम की हालत सर्जरी के बाद स्थिर है। उसके टूटे हुए पिछले पैर को प्लास्टर किया गया था।

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जूम के लिए अगले 24-48 घंटे उसके लिए गंभीर बताए गए हैं। इस समय वह सेना के पशु चिकित्सा अस्पताल में मेडिकल टीम की निगरानी में है। दरअसल कोकरनाग में एक लड़ाकू अभियान में सेना के डॉगी ‘ज़ूम’ को उस घर को खाली करने का काम सौंपा गया था, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे। डॉगी ने उग्रवादियों पर हमला कर दिया। इस दौरान उसे दो बार गोली लगी मगर वह लड़ता रहा।

गौरतलब है कि जूम एक 2 साल 1 महीने पुराना मालिंस (बेल्जियम का चरवाहा) नस्ल का कुत्ता है और पिछले 8 महीनों से सेवा में सक्रिय है। भारतीय सेना चिनार कोर के अधिकारी सतीश दुआ ने ट्विटर पर जूम के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पूरे सोशल मीडिया पर जूम के लिए दुआएं मांगी जा रही हैं। जूम इस समय देश का हीरो बन गया है।

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