नई दिल्ली– जयललिता की मौत के बाद पूरा तमिलनाडु शोक में डूबा हुआ है। वही जयललिता की मौत की घटना ने कई लोगों को सदमें में डाल दिया है। जयललिता की पार्टी अन्नाद्रमुक पार्टी ने दावा किया है कि सीएम जे. जयललिता की मौत के सदमे के 77 लोगों की मौत हो गई है।
साल 2014 में जब जयललिता को अधिक संपत्ति के मामले में सजा होने पर जेल जाना पड़ा था उस वक्त भी दुखी हो कर उनके कई समर्थकों ने अपनी जान दे दी थी। खबर के अनुसार अन्नाद्रमुक ने दुख और सदमे से मरने वालों की गिनती तो बताई है लेकिन अभी तक ये मालूम नही हुआ है कि इस लिस्ट में कितनी महिलाए और पुरूष है। सोमवार रात को जब अपोलो अस्पताल में जयललिता की हृदयगति रुकने की खबर आई थी तब भी बड़ी संख्या में अस्पताल के बाहर उनके समर्थक रोते हुए नजर आए थे। सोमवार को तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता का निधन हो गया था। उनके देहांत के बाद से पूरा प्रदेश गहरे शोक में डूबा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक आत्मदाह करने वाले कार्यकर्ता के परिवारो को पार्टी आर्थिक मदद देगी। पार्टी ने कहा कि जयललिता के निधन पर आत्मदाह करने वाले कडलोर के एक पार्टी कार्यकर्ता को 50 हजार रूपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। उसके इलाज का खर्च भी अन्नाद्रमुक ही करेगी। जबकि तिरुपुर के मकाली नाम के शख्स ने हताशा में अपनी उंगलियां काट ली थीं। उसके इलाज का खर्चा भी पार्टी उठाएगी। हालांकि एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने ऐसी मौतों का आंकड़ा 30 बताया है और चार अन्य लोगों के आत्मदाह के प्रयास की बात कही है। लेकिन पार्टी ने ऐसा करने वाले 77 लोगों के नाम भी जारी किए हैं।