नई दिल्ली: क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और आज श्रीलंका और भारत के बीच हुए दूसरे वनडे में एक बार फिर यह साबित हुआ। भारत ने नाजुक स्थिति से उभरते हुए श्रीलंका को 3 विकेट से मात दी। भारत का स्कोर एक समय सात विकेट पर 131 रन था और हार बिल्कुल सामने नजर आ रही थी। महेंद्र सिंह धोनी और भुवनेश्वर कुमार की जोड़ी ने आठवें विकेट के लिए 100 रन की अटूट साझेदारी कर टीम के जीत दिलाई। क्षीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 236 रन बनाए थे। भारत को आखिर में डकवर्थ लुईस से 47 ओवरों में 231 रन बनाने का मौका मिला। रोहित शमार् (54) और शिखर धवन (49) ने पहले विकेट के लिये 109 रन जोड़े लेकिन इसके बाद भारत ने 12 रन के अंदर छह विकेट गंवा दिये।श्रीलंका के अकिला धनंजय की गुगली के कमाल से बीच में 12 रन के अंदर छह विकेट लिए थे लेकिन धोनी और भुवी ने श्रीलंका की उम्मीद पर पानी फेर दिया।भारत ने आखिर में 44.2 ओवर में सात विकेट पर 231 रन बनाकर पांच मैचों की श्रंखला में 2—0 से बढ़त हासिल की। इन दोनों ने आठवें विकेट के लिये साझेदारी का नया भारतीय रिकार्ड भी बनाया। इससे पहले का रिकार्ड हरभजन सिंह और प्रवीण कुमार के नाम पर था जिन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2009 में बड़ोदरा में 84 रन जोड़े थे लेकिन भारत वह मैच हार गया था। पूर्व कप्तान धोनी (नाबाद 45) और भुवनेश्वर (नाबाद 53) ने शानदार रनों की पारी खेली। बता दे कि धोनी और भुवी ने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में 9वें विकेट के लिए 140 रन की साझेदारी हुई थी। धोनी ने इस मैच में अपने करियर का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर 224 रन भी बनाया था।जब भुवी बल्लेबाजी करने आए थे तब धोनी 121 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।