मुंबई– महेंद्र सिंह धोनी का बल्ला हर वक्त चलता है जब उनकी टीम को जरूरत होती है। पुणे और मुंबई के बीच खेले गए पहले क्वालिफायर में धोनी के पांच छक्कों की बदलौत पुणे पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है। वहीं 26 बॉलों में 40 रनों की पारी खेलने वाले धोनी के लिए ये सातवां फाइनल है जो उनके चमत्कारी पहचान को दिखाने के लिए काफी है। धोनी ने अपनी 40 रनों की पारी में 5 छक्के लगाए। धोनी के अलावा युवा आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर के 16 रन पर तीन विकेट के करिश्माई प्रदर्शन की बदौलत राइजिंग ने 20 रनों से मुंबई को हराया। पुणे ने चार विकेट पर 162 रन का लड़ने लायक स्कोर बनाने के बाद मुंबई को 9 विकेट पर 142 रन पर रोक दिया। सुंदर को ‘मैन ऑफ द मैच’ घोषित किया गया। पुणे ने इस जीत के साथ 21 मई को होने वाले फाइनल में जगह बना ली है जबकि मुंबई के पास इस हार के बावजूद फाइनल में पहंचने का एक और मौका बाकी है। मुंबई को सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच एलमिनिटेर के विजेता से दूसरे क्वालिफायर में भिड़ने का मौका मिलेगा और दूसरे क्वालिफायर को जीतने वाली टीम फाइनल में पुणे से भिड़ेगी।
पुणे ने बल्लेबाजी की। ओपनर अजिंक्य रहाणे (56) और मनोज तिवारी ( 58) के अर्धशतकों तथा महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 40) के पांच छक्कों की बदौलत राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने चार विकेट पर 162 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बना लिया था।