भवाली:नीरज जोशी: विधानसभा चुनाव के दौरान अशांति फैलने वाले माओवादी देवेंद्र चम्याल पुलिस हिरासत में पहुंच गया है। पुलिस ने आरोपी से धारी ब्लॉक स्थित भवाली कोतवाली में पूछताछ की। वहीं न्यायालय ने आरोपी को 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। माओवादी देवेन्द्र चमियाल काफी लंबे समय से फरार था। पुलिस ने इसके ऊपर 50 हजार रुपए का नाम भी रखा था। गौरतलब है देवेंद्र चम्याल ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान धारी ब्लॉक में माओवाद को बढ़ावा देने के लिए पोस्टर लगाए थे। जिससे देश और समाज मे लोगो मे असमानता की स्थिति पैदा हो गई। लेकिन मावोवादी देवेंद्र चम्याल खुद को निर्दोष बता रहा है।
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अल्मोड़ा निवासी इनामी माओवादी देवेंद्र चम्याल को एसओटीएफ की सूचना के बाद 23 सितंबर की शाम पुलिस ने चोरगलिया से गिरफ्तार किया था। उसके साथ माओवादी भगवती भोज भी पकड़ी गई। 26 सितंबर की दोपहर तीन बजे सीजेएम की कोर्ट के आदेश पर भवाली के निरीक्षक उमेद सिंह दानू ने देवेंद्र को जेल से दो दिन की पुलिस हिरासत में लिया। देवेंद्र को गोपनीय स्थान पर ले जाकर आइबी, एसओटीएफ, एलआइयू, स्पेशल इंटेलीजेंस की टीमें पूछताछ में जुटी हैं। पूछताछ में पता चला है कि देवेंद्र का साथी और 50 हजार रुपये का इनामी माओवादी खीम सिंह बोरा भी अल्मोड़ा में रहकर लगातार अपना नेटवर्क फैला रहा है। 21 सितंबर को ही अल्मोड़ा के एक स्थान पर खीम सिंह व देवेंद्र चम्याल की मुलाकात हुई थी। खीम सिंह के साथ चार-पांच लोग और थे। यहां उनके बीच पंचेश्वर बांध के विरोध की रणनीति तैयार की गई। देवेंद्र ने खीम सिंह के साथ आए चार-पांच अन्य लोगों के बारे में जानकारी होने से इन्कार किया है। एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी ने बताया कि देवेंद्र चम्याल से पूछताछ में खीम सिंह के अल्मोड़ा के ही सुदूरवर्ती इलाकों में छिपे होने का पता लगने पर पुलिस व खुफिया एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है। हालांकि चम्याल की गिरफ्तारी के बाद खीम सिंह के जगह बदलने की संभावना भी है। पुलिस के साथ ही खुफिया टीमें लगातार चम्याल से पूछताछ कर रही हैं।