नई दिल्ली: भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के महज चार दिन बाद ही जम्मू-कश्मीर के बारामूला में रविवार रात बीएसएफ और आस-पास के सैन्य शिविरों पर आतंकी हमले में बीएसफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक अन्य घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी भी मारे गए हैं।
इस बीच खबर है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की है।अधिकारियों ने बताया कि पास के बीएसएफ शिविर से 46 आरआर में दाखिल हुए आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं और ग्रेनेड फेंके। गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए। उन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनमें से एक की मौत हो गई।
श्रीनगर स्थित पंद्रहवीं कोर के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि बारामूला के जांबाजपोरा में आतंकवादियों ने सैन्य शिविर पर गोलियां चलायीं।यहां से करीब 54 किलोमीटर दूर बारामूला के आसमान में सेना ने आतंकवादियों की स्थिति का पता लगाने के लिए रौशनी करने वाली फायरिंग की। ये आतंकवादी राष्ट्रीय राइफल्स की 46 बटालियन में घुसे थे।सूत्रों ने बताया कि शिविर के समीप के मकानों से कुछ गोलीबारी हुई। यह शिविर झेलम के तट पर है।हालांकि उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के आधिकारिक टिवटर हैंडल पर कहा गया, बारामूला घटना की स्थिति काबू में है।यह हमला इस खुफिया सूचना के बावजूद हुई है कि 29 सितंबर को भारतीय सेना द्वारा किये गए लक्षित हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर आतंकवादी हमला हो सकता है।यह फिदायीन हमला उरी सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के महज एक पखवाड़े के बाद हुआ है। उरी हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे।अधिकारियों ने बताया कि शहीद बीएसएफ जवान की नाम नितिन है और घायल जवान का नाम कांस्टेल पुलविंदर हैं। दोनों बीएसएफ की 40 वीं बटालियन से जुड़े हैं।बीएसएफ महानिदेशक केके शर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस घटना की जानकारी दी। राजनाथ सिंह ने घायल जवान को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।