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स्मिथ की आर्मी ने विराट की सेना को 333 रनों से रौंदा, 13 साल बाद भारत में मिली जीत

पुणे- जिस बारे में किसी ने सोचा नही था वो टीम ऑस्ट्रेलिया ने पुणे में करके दिखाया।  स्मिथ एंड कपंनी ने 13 साल बाद भारत में कोई टेस्ट जीता।  इससे पहले  आखिरी बार ऑस्टेलिया ने एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में भारत को नागपुर टेस्ट में 342 रनों से हराया था।  उस सीरीज में भारत को 2-1 से हार का सामने करना पड़ा था। पुणे टेस्ट में कंगारूओं ने विराट की सेना को 333 रनों से ना भूलने वाली हार से परिचय कराया। इस टेस्ट मैच से पहले भारत 19 मैचों से अपराजय चल रहा था। साथ ही विराट की कप्तानी में भारत को अगस्त 2015 के बाद किसी टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा।  कप्तान के तौर पर विराट को भारत में पहली हार मिली है। वही 2012 के बाद भारत को अपने घर में हार का सामना करना पड़ा। आखिरी बार भारत को इंग्लैंड ने 2012 में कोलकता में हराया था। ये सीरीज भारत 2-1 से हारा। भारतीय टीम आस्ट्रेलिया को स्पिन के जाल में घेरने का प्लान बना रही थी लेकिन ओकीफ ने मैच में 12 विकेट ले कर सनसनी फैला दी। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के आगें तीसरे तीन ही हथियार डाल दिए।

 

स्पिनरों के आगे डाले हथियार

चौथी पारी में भारत को जीत के लिए 441 रन चाहिए थे और उसके पास तकरीबन ढाई दिन का समय था।ऑस्ट्रेलिया की स्पिन जोड़ी स्टीव ओकीफ और नाथन लॉयन ने भारतीय टीम को 33.5 ओवरों में 107 रनों पर ही ढेर कर टीम को शानदार जीत दिलाई। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाद ओकीफ ने छह विकेट लिए, उन्होंने पहली पारी में भी छह विकेट लिए थे। इस मैच में उन्होंने पहली बार दस से ज्यादा विकेट लिए हैं। उन्हे मैन ऑफ द मैच चुना गया।नेथन लायन ने इस पारी में चार विकेट लिए। लॉयन को पहली पारी में एक विकेट मिला था। यह भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रनों के लिहाज से तीसरी सबसे बड़ी हार है और टेस्ट इतिहास में रनों के लिहाज से चौथी सबसे बड़ी हार है। यह भारत की घर में रनों के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी हार है। भारतीय टीम के लिए उसकी घर में सबसे बड़ी ताकत स्पिन के दम पर ही ऑस्ट्रेलिया ने उसे उसके घर में न भूलने वाली हार दी।दिन के पहले सत्र में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 285 रनों पर समाप्त करन के बाद ऑस्ट्रेलिया द्वारा घर में मिले तीसरे सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की गहरी बल्लेबाजी डेढ़ सत्र भी अच्छी तरह नहीं खेल सकी। मेजबानों ने दिन के दूसरे सत्र में अपनी दूसरी पारी शुरू की थी और चायकाल तक छह विकेट गंवाकर 99 रन ही बनाए थे।ऑस्ट्रेलिया जीत के करीब थी और तीसरे सत्र में उसने भारत के बाकी चार विकेट जल्दी लेकर उसे आखिरकार हार का मुंह दिखाया। भारतीय टीम मेहमान स्पिनरों के सामने दोनों पारियों में नतमस्तक दिखी। उसने पहली पारी में सिर्फ 105 रनों का स्कोर ही किया था। इस तरह से भारत ने दोनों पारियों में 212 रन बनाए। दूसरे सत्र में अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी मेजबान टीम को 10 के कुल स्कोर पर पहला झटका लगा।

 

तीसरे दिन मैच खत्म

पहली पारी में भारत का बोरिया बिस्तर बांधने वाले ओकीफ ने सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (2) को पगबाधा आउट कर दिया। टीम के खाते में छह रन ही जुड़े थे कि दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (10) को नाथन लॉयन ने अपना शिकार बनाया। कप्तान विराट कोहली (13) पर एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी आ गई थी। लेकिन कप्तान इस बार टीम को संकट से बाहर निकाल नहीं सके।ओकीफ की गेंद को छोड़ने के चक्कर में कोहली अपनी गिल्लियां उखड़वा बैठे। कोहली 47 के कुल स्कोर पर आउट हुए। पुजारा और अंजिक्य रहाणे की जोड़ी जमती दिख रही थी। लेकिन रहाणे ओकीफ की गेंद को कवर्स के पास से सीमारेखा के पार भेजने के चक्कर में लॉयन के हाथों लपके गए। रविचंद्रन अश्विन (8) को भी ओकीफ ने अपना शिकार बनाया।ओकीफ ने अश्विन को आउट कर इस मैच में अपने 10 विकेट पूरे किए। चायकाल से ठीक पहले ओकीफ ने रिद्धिमान साहा (5) को पगाबाधा कर भारत को छठा झटका दिया। यह उनका इस पारी का पांचवां विकेट था। तीसरे सत्र में पुजारा, रवींद्र जडेजा (3), ईशांत शर्मा (0), जयंत यादव (5) के विके महज आठ रनों के भीतर ही गंवा दिए।इससे पहले स्मिथ ने बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बनी इस पिच पर भारतीय स्पिन तिकड़ी अश्विन, रविंद्र जाडेजा और जयंत यादव का अच्छे से सामने किया और अपनी टीम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। उन्होंने अपनी पारी में 202 गेंदें खेलते हुए 11 चौके लगाए। वह जाडेजा की गेंद पर 246 के कुल स्कोर पर पगबाधा करार दे दिए गए। यह उनका भारत के खिलाफ लगातार पांचवां शतक है। 2014-15 में खेली गई चार टेस्ट मैचों की सीरीज में स्मिथ ने चारों मैचों में शतक जड़े थे।

स्मिथ के जाने से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मिशेल मार्श (31) और मैथ्यू वेड (20) के रूप में दो और विकेट खो दिए थे। अपने दूसरे दिन के स्कोर चार विकेट पर 143 रनों से आग खेलने उतरी मेहमान टीम को दिन का पहला झटका मिशेल के रूप में लगा। वह 169 के कुल स्कोर पर जडेजा की गेंद पर विकेट के पीछे रिद्धिमान साहा के हाथों लपके गए।

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