हल्द्वानी। शहर में एक हाइटेक ठगी का मामला सामना आया है। मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगी कर रहे बदमाशों के झांसे में पूर्व सैन्य अधिकारी भुवन चंद्र पांडे आ गए। आवास विकास हल्द्वानी के रहने वाले भुवन चंद्र पांडे ने कुछ महीने पहले अखबार में मोबाइल टावर लगाने का विज्ञापन देखा। उन्होंने पत्नी के नाम वाली जमीन में मोबाइल टावर लगाने के लिए अखबार पर दिए गए नंबर पर कॉल की। भुवन चंद्र पांडे ने बताया कि कॉल उठाने वाले आदमी ने अपना नाम आलोक मिश्रा बताया। और टॉवर लगाने के बदले में 60 हजार रुपए प्रति महीने देने की बात कही। आलोक मिश्रा ने एग्रीमेंट के नाम पर 21 हजार 500 रुपए मांगे तो भुवन चंद्र पांडे ने उसके खाते में पैसे डाल दिए। उसके बाद कुछ दिन के लिए मिश्रा गायब हो गया। भुवन चंद्र पांडे ने बताया कि कुछ दिन बाद जब उनकी मिश्रा से बात हुई तो उसने सात साल के एग्रीमेंट होने की बात कही। उसने एग्रीमेंट के कागज़ और अलग-अलग करके 70 लाख का चैक भेजा लेकिन वो बीच-बीच में फीस के नाम पर पांडे से अपने खाते पर पैसे डालवाता गया। जब दो लाख रुपए जमा करने के बाद भी टावर नही लगा तो भुवन चंद्र पांडे को डाल में कुछ काला लगने लगा। उन्होंने सबसे पहले मिश्रा से प्राप्त हुए दो चैक की जांच की तो वो फर्जी निकले। उसके बाद उन्होंने पुलिस में इस बात की खबर दी। पांडे ने पुलिस को बताया कि वो जांज के लिए बेंगलुरू भी गए लेकिन जब वो अखबार पर प्रकाशित पते पर गए वो वहां से उन्हें टरका दिया गया।
इस मामले पर कोतवाल आरएस मेहता ने बताया की इस तरह के लोग गैंग बना के काम करते है। उन्होंने कहा कि इस ठगी में आलोक मिश्रा से साथ पांडे ने नितिन अग्रवाल ,नवीन शर्मा और अभिजीत के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इन सभी से फोन पर पांडे की बात हुई थी। उन्होंने कहा कि लोगों को इस तरह की ठगी से बचना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए।