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जिला पूर्ति विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू,शहर के 37 हजार फर्जी राशन कार्ड होंगे निरस्त


जिला पूर्ति विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू,शहर के 37 हजार फर्जी राशन कार्ड होंगे निरस्त

देहरादून: देहरादून में करीब 37 हजार फर्जी राशन कार्ड निरस्त करने के लिए जिला पूर्ति विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू भी कर दी गई है। पूर्ति विभाग के तय मानकों के अनुसार सबसे पहले वे राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे, जिनका सत्यापन कई दफा बोलने के बाद भी नहीं हो सका है। वहीं जो राशन कार्ड न्यूनतम मानक पूरे नहीं करते, जिन पीले राशन कार्ड धारकों की सालाना इनकम पांच लाख से ज्यादा हो चुकी है और जिनके राशन कार्ड एक से ज्यादा दुकानों में बने हैं वह भी निरस्त किए जाएंगे।

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राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में स्मार्ट राशन कार्ड योजना लांच करने के बाद से ही हर राशन कार्ड धारक का आधार कार्ड राशन कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। दूसरे चरण में इन कार्डों को ऑनलाइन किए जाने पर जोर दिया गया। इसी के तहत हर राशन कार्ड का सत्यापन किया गया। स्मार्ट राशन कार्ड व्यवस्था पूरी तरह से लागू करने की दिशा में यह जरूरी कदम बताया जा रहा है। इधर जसवंत सिंह कंडारी (जिला पूर्ति अधिकारी) ने कहा कि शासन की ओर से अब तक आधार से लिंक नहीं हो सके राशन कार्डों को निरस्त करने के आदेश हैं। अब चाहे इसका कारण कुछ भी हो।

मुखिया का आधार नहीं मिलने पर कार्ड निरस्त करने का फीचर सॉफ्टवेयर में ही है। वहीं सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद इसके विरोध में उतर गई है। परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुखिया का आधार नहीं जुड़ने से पूरा कार्ड निरस्त किया जाना उचित नहीं। बताया कि कई परिवारों के मुखिया ऐसे हैं, जिनकी मौत हो चुकी है या कई ऐसे बुजुर्ग हैं जिनका आधार तक नहीं बना। ऐसे में पूरे परिवार को इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी से लेकर खाद्य आयुक्त तक को ज्ञापन दिया है।

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