हल्द्वानी: जैसे जैसे कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वैसे ही कोविड की जांच रिपोर्ट को ले कर अलग अलग तरह के गंभीर दृश्य देखने को मिल रहे हैं। देहरादून में अन्य प्रदेश वासियों की एंट्री के लिए प्रसासन द्वारा कोरोना की रैपिड जांच कराई जाती है। यह जांच रैंडम तौर पर किसी भी व्यक्ति की हो सकती है। जिले में एंट्री करने के लिए आशारोड़ी चैकपोस्ट पर यह जांचे की जाती हैं। मगर इस चैकपोस्ट पर अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की रैंडम एंटीजन जांच को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं।
दरअसल एक वीडियो खासा वायरल हो रहा है जिसमें दिल्ली से आने वाले एक शख्स अपनी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखा रहे हैं। साथ ही यह कहते पाए जा रहे हैं कि संबंधित कंपनी ने बिना जांच किए ही उनको यह कोविड नेगेटिव रिपोर्ट पकड़ा दी है। वीडियो में दिख रहे इस व्यक्ति का नाम दिनेश नेगी है।
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मंगलवार को यह वीडियो जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के पास पहुंचा तो उन्होंने इसकी जांच के लिए आदेश जारी करने में कोई देरी नहीं की। बता दें कि यह कोरोना जांच स्टार हेल्थ कंपनी द्वारा की गई थी। आदेश के बाद इस कंपनी द्वारा की गई जांचों का पूरा रिकॉर्ड कोविड-19 के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित ने चेक किया। मगर आश्चर्य की बात यह रही कि कंपनी के रिकॉर्ड में कथित व्यक्ति के नाम की कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली। ऐसे में कहना मुश्किल है कि यह धांधलेबाज़ी कंपनी का कोई कर्मचारी, अधिकारी कर रहा है, जिसने यह नेगेटिव रिपोर्ट बनाई है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने मामले को गंभीर बताया और कहा कि जांच अभी भी चल रही है। जानकारी के अनुसार निगेटिव रिपोर्ट देने वाले कंपनी के कर्मचारी की पहचान करने को कहा गया है। ताकि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा सके। साथ ही सर्विलांस अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि समय समय पर खुद से भी जांच पड़ताल की जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच को ले कर किसी भी मामले में ढील नहीं बरती जाएगी।
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