हल्द्वानी: चमोली की सोनिया राणा के अलावा अल्मोड़ा जिले की रश्मि रौतेला भी भारतीय सेना में ऑफिसर बनी हैं। उनकी इस कामयाबी के बाद पूरे जिले में खुशी का माहौल है। ताड़ीखेत विकासखंड के बग्वाली रौतेला गांव की रहने वाली रश्मि रौतेला सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। उनकी पहली तैनाती मिलिट्री अस्पताल पठानकोट में हुई है। रश्मि के पिता ललित मोहन सिंह रौतेला सेना में सूबेदार थे, इसी साल सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी माता मुन्नी देवी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। रश्मि के बड़ेसूरज रौतेला सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।
रश्मि की कामयाबी पर जिला पंचायत सदस्य शोभा रौतेला, उनके प्रतिनिधि हेमंत रौतेला ने हमारी बेटियां किसी से कम नहीं हैं। वह कम संसाधनों होने के बाद भी कामयाबी हासिल कर सकती हैं। रश्मि गांव की पहली हैं जो सेना में ऑफिसर बन रही है। उनके परिश्रम को देखकर गांव की युवा पीढ़ी भी आगे बढ़ेगी। उन्होंने गांव पहुंचकर रश्मि का अभिनंदन करने की बात कही।
अन्य बेटियों की तरह रश्मि की कहानी भी युवाओं को प्रेरित करेगी। उन्होंने आर्मी स्कूल से साल 2015 में इंटर किया। रश्मि एक मेधावी छात्रा थी, उन्होंने पहले ही प्रयास में नर्सिंग ऑफिसर की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली। उन्होंने मुंबई स्थित सैन्य अस्पताल में चार साल का प्रशिक्षण पूरा किया और अब वह भारतीय सेना में अफसर बन गई हैं। कोरोना वायरस के चलते रश्मि की कामयाबी का जश्न थोड़ा फिका जरूर हो गया। कोरोनाकाल के चलते उनके परिजनों को पासिंग आउट परेड के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था।
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