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घबराने की बात नहीं…हल्द्वानी में भी जल्द शुरू होगी कोरोना संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग

घबराने की बात नहीं...हल्द्वानी में भी जल्द शुरू होगी कोरोना संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग

हल्द्वानी: प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी हो गया है। साउथ अफ्रीका में सबसे पहले मिले ओमिक्रोन (Covid new variant Omicron) के लिए भारत सरकार के साथ साथ उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand government) भी सतर्क हो गई है। अब हल्द्वानी में भी जीनोम सिक्वेंसिंग (Haldwani genome sequencing) के लिए लैब खोलने की कवायद चल रही है। जिससे कुमाऊं को फायदा मिलेगा। बता दें कि फिलहाल केवल देहरादून में यह लैब है।

ओमिक्रोन को देखते हुए उत्तराखंड में सभी कोरोना संक्रमितों (genome sequencing of corona positive) की जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि अभी ये व्यवस्था केवल देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज (Doon medical college) में है। इसलिए हर जिले के संक्रमितों के सैंपल यहां भेजे जाते हैं। जिससे समय भी ज्यादा लगता है। साथ ही लैब पर दबाव भी अधिक पड़ता है।

चूंकि केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को कोरोना संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग के निर्देश दिए हैं। इसलिए सरकार कुमाऊं में भी इसकी व्यवस्था करना चाह रही है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज पांडेय ने जानकारी दी और बताया कि हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज (Haldwani medical college) में जल्द यह व्यवस्था शुरू की जा रही है। जरूरत पड़ेगी तो श्रीनगर में भी व्यवस्था की जाएगी।

क्या है जीनोम सिक्वेंसिंग

जीनोम सीक्वेंसिंग एक तरह से किसी वायरस का बायोडाटा (Virus biodata) होता है। कोई वायरस कैसा है, किस तरह दिखता है, इसकी जानकारी जीनोम से मिलती है। बता दें कि किसी भी वायरस के विशाल समूह को जीनोम (Genome) कहा जाता है। वायरस के बारे में जानने की विधि को जीनोम सीक्वेंसिंग कहते हैं। इससे ही कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में जानकारी मिलती है।

मानव कोशिकाओं के भीतर आनुवंशिक पदार्थ होता है जिसे डीएनए (DNA), आरएनए (RNA) कहते हैं। इन सभी पदार्थों को सामूहिक रूप से जीनोम कहा जाता है। वहीं स्ट्रेन को वैज्ञानिक भाषा में जेनेटिक वैरिएंट (Genetic variant) कहते हैं। सरल भाषा में इसे अलग-अलग वैरिएंट भी कह सकते हैं। इनकी क्षमता अलग-अलग होती है। इनका आकार और इनके स्वभाव में परिवर्तन भी पूरी तरह से अलग होता है।

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