चंपावत: कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के खुलने के बाद राज्य में गुलदारों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोगों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। नई घटना विकास खंड लोहाघाट के सीमात डुंगराबोरा गांव से सामने आ रही है। जंगल में घास काटने गई गांव की युवती को गुलदार ने निवाला बना लिया। इसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को आदमखोर घोषित करने को कहा है। मामला शुक्रवार का है। मृतक की पहचान 20 वर्षीय बसंती बोहरा पुत्री गंगा बोहरा के रूप में हुई है।
यह भी पढ़ें: नैनीताल: अब पर्यटकों को मिलेगा नया अनुभव, सूखाताल में बनेगा नाइट टूरिज़्म डेस्टीनेशन
यह भी पढ़ें: नैनीताल: अब पर्यटकों को मिलेगा नया अनुभव, सूखाताल में बनेगा नाइट टूरिज़्म डेस्टीनेशन
जानकारी के मुताबिक बसंती रोज की तरह जानवरों के लिए चारा लेने घर से 100 मीटर दूर खेतों में गई थी। घटना करीब पांच बजे की बताई जा रही है। इसी दौरान घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर हमला बोल दिया। गुलदार बंसती को खेत से जंगर घसीटकर ले गया। दो-तीन घंटे तक युवती घर नहीं लौटी तो लोगों ने उसे खोजना शुरू किया। रात को उसका शव जंगल क्षत विक्षत हालात मे मिला।
ग्रामीणों ने मामले की जानकारी वन विभाग को दी, जिसके बाद वन दारोगा नंदा बल्लभ भट्ट के साथ टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लोहाघाट भेजा। इस घटना के बाद लोगों ने वन विभाग से गुलदार को आदमखोर घोषित कर उसे मारने की मांग की है। गुलदार द्वारा इंसानों पर हमलावर होने के बाद एक बार फिर लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया है।
यह भी पढ़ें: हल्द्वानी से दिल्ली के लिए 6 वॉल्वों बसों का संचालन शुरू,टिकट 819 रुपए, टाइमिंग जानें
एसडीओ एमएम भट्ट का कहना है कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जाएगा। मृतक के परिजनों को वन विभाग की ओर से एक लाख रुपये का मुआवजा दे दिया गया है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद दो लाख रुपये का मुआवजा और दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में गुलदार ऊंचाई वाले स्थानों से घाटी क्षेत्रों में प्रवास के लिए जाते हैं। इस दौरान भोजन पानी की तलाश में गुलदार आसान शिकार की तलाश में रहते हैं और इंसानों पर हमला कर देते हैं।