हल्द्वानी: पहले तक चाहे कचरा कैसा भी हो, एक ही जगह डाल दिया जाता था। अब पिछले कुछ समय में दो अलग अलग तरह से कचरा डाला जाने लगा। अब तीसरी श्रेणी भी आ गई हैं। जी हां, गीले और सूखे कचरे के बाद अब परिसंकटमय अपशिष्ट को अलग-अलग डालने की व्यवस्था होगी। नगर निगम को नए वार्डों के लिए कूड़ा वाहन मिलने का इंतजार है। एकाध हफ्ते में वाहन मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
अब वाहनों में कूड़ा डालने के लिए तीन तरह की व्यवस्थाएं होंगी। अब परिसंकटमय अपशिष्ट को अलग-अलग डालने की व्यवस्था होगी। परिसंकटमय अपशिष्ट ऐसा कूड़ा होता है जिससे चोट लगने की आशंका होती है। जैसे सीएफएल, बैटरी, एलईडी, टार्च, सेल, ब्लेड आदि इस श्रेणी में आते हैं। निगम को वाहन एक से दो हफ्ते में मिल जाएंगे, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।
मगर उसमें पेंच यह भी हैं कि वाहनों को चलाने के लिए चालक, परिचालक व सुपरवाइजर वेतन, वाहन डीजल व्यय, बीमा, रखरखाव के लिए सालाना दो करोड़ रुपये की जरूरत है। कोरोना काल में निगम की आय पहले से प्रभावित है। ऐसे में कहना मुश्किल है कि वाहन मिलने के बाद कितने समय में परिचालन शुरू हो सकेगा।
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आपको बता दें कि 27 नए वार्डों के लिए 38 वाहन खरीदने हेतु निगम ने नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएसकेएफडीसी) से जनवरी 2019 में 5.50 करोड़ का लोन लिया था। तीन महीने बाद किस्त की अदायगी होनी थी लेकिन कोरोना व बीएस-6 इंजन के चलते वाहन खरीद में देरी हुई।
गौरतलब है कि निगम ने मौजूदा समय तक 30 लाख रुपये से अधिक राशि ब्याज के रूप में जमा करा दी है। बहरहाल अनुबंधित एजेंसी को वाहन का रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस कराकर देना होगा। इस पूरे मामले पर नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने अपडेट दी। उन्होंने बताया कि कूड़ा वाहन जल्द मिलने की संभावना है। सफाई कर्मचारियों व चालकों की नियुक्ति पर मंथन चल रहा है। जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा।
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