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पैदल नहीं अब गाड़ी से होगी आदि कैलाश यात्रा, हल्द्वानी के भक्तों के लिए KMVN का खास प्लान

Photo - Holidayrider.Com

हल्द्वानी: आदि कैलाश यात्रा के इच्छुक भक्तजनों के लिए अच्छी खबर है। भारत-तिब्बत सीमा के निकट तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण पूरा होने के बाद अब आदि कैलाश यात्रा वाहन द्वारा कराए जाने की योजना तैयार की गई है। यात्रा के प्रचार प्रसार के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम ने नोएडा की संस्था डिवाईन मन्त्रा प्रा0 लि0 (ट्रिप टू टेंपल्स) के साथ अनुबंध किया है। बता दें कि पहले इस यात्रा में सड़क ना होने के कारण लगभग 200 किलोमीटर पैदल चलना होता था। मगर अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि अब भारत व उत्तराखंड सरकार के प्रयासों से अब यह यात्रा बिना पैदल चले हुए वाहन से पूर्ण की जाएगी।

ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु यात्रा करने के लिए आएं, इसलिए यह यात्रा कुमाऊं मंडल विकास निगम नैनीताल और डिवाईन मन्त्रा प्रा0 लि0 नोएडा (ट्रिप टू टैंपल्स) द्वारा मिलकर आयोजित की जाएगी। इसके अलावा स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने का उद्देश्य लेकर चल रहे केएमवीएन ने इसके लिए भी प्लान बना लिया है। स्थानीय होम स्टे को भी इस यात्रा के दौरान उपयोग में लिया जाएगा। बता दें कि पिथौरागढ़ जिले में भारत-तिब्बत सीमा के पास स्थित आदि कैलाश जो हूबहू कैलाश पर्वत की छवि है। माना जाता है कि आदि कैलाश पर भी समय-समय पर भोले बाबा का निवास रहा है।

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इस स्थान के धार्मिक एवं पौराणिक महत्व का वर्णन महाभारत, रामायण एवं वृहत पुराण जैसे ग्रंथों में मित्रता है। काठगोदाम से काठगोदाम तक 8 दिनों में होने वाली यह यात्रा भीम द्वारा बनाए गए भीमताल, नीम करोली बाबा के आश्रम कैंची धाम, चितई गोल मंदिर, पौराणिक से मंदिरों का समूह जागेश्वर धाम, पार्वती मुकुट, ब्रह्मा पर्वत, शेषनाग पर्वत, शिव मंदिर, पार्वती सरोवर, गौरीकुंड, पाताल भुवनेश्वर महाभारत काल के बहुत से स्थानों जैसे पांडव किला, कुंती पर्वत, पांडव पर्वत एवं वेदव्यास गुफा से होकर गुजरती है।

गौरतलब है कि यात्रियों की सुविधा के लिए जहां केएमवीएन कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। वहीं अबकी बार हवन पूजा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन का भी प्रावधान किया गया है। बता दें कि जून से शुरू होकर ये यात्रा अक्टूबर तक संचालित होगी। यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया अभी से शुरू हो चुकी है। केएमवीएन का मकसद है कि जो लोग अबतक पैदल ना चल पाने के कारण आदि कैलाश यात्रा नहीं कर पा रहे थे। अब वह नई सड़क मार्ग से भोले दर्शन के ल्रिए अवश्य पधारेंगे।

इस मौके पर केएमवीएन के मैनेजिंग डायरेक्टर नरेंद्र सिंह भंडारी ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को तीर्थ एवं पर्यटन हेतु आने के लिए आमंत्रित किया है। वहीं, कुमाऊं मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक एपी बाजपेई ने यात्रा हेतु जानकारी दी और बताया कि यह यात्रा स्थानीय लोगों को स्वरोजगार देने और होमस्टे को बढ़ावा देने का काम तो करेगी ही करेगी। लेकिन इसके साथ ही यात्रियों को सुरक्षित यात्रा करने के उद्देश्य में एक नया अध्याय भी जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि अब बिना किसी परेशानी के श्रद्धालु वाहन से भगवान आदि कैलाश की यात्रा पर जा सकेंगे।

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