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MBPG कॉलेज अपडेट: कोरोना वायरस के चलते एक दिन में 1500 विद्यार्थी ही देंगे परीक्षा


हल्द्वानी: कुमाऊं विश्वविद्यालय 14 सितंबर से परीक्षाएं करा रहा है। इसके लिए विभिन्न कॉलेजों में तैयारी पूरी हो चुकी है। सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज में भी परीक्षा शुरू होगी। सीटिंग प्लान को लेकर कॉलेज की ओर से विश्वविद्यालय से अनुरोध किया गया था जो मान लिया गया है। कोरोना वायरस को देखते हुए अब एक दिन में केवल 1500 विद्यार्थी ही एमबीपीजी कॉलेज में परीक्षा देंगे, यह संख्या पहले तीन हजार थी।

विवि द्वारा दिए गए सीटिंग प्लान में एक परेशानी यह भी थी कि कॉलेज में 60 कक्षाओं में केवल डेढ़ हजार विद्यार्थियों को ही बैठाया जा सकता है। तीन हजार विद्यार्थियों की संख्या होने से सामाजिक दूरी के नियम का पालन करना मुश्किल साबित होता और इसलिए कॉलेज ने सीटिंग प्लान को बदलने के लिए विवि से अनुरोध किया था। हालात को देखते हुए विवि ने इसे मान लिया है और नया सीटिंग प्लान उपलब्ध करा दिया है। बता दें कि कॉलेज में 14 सिंतबर से प्रथम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर के करीब 7 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। जिसमें 4 हजार प्रथम वर्ष और तीन हजार अंतिम सेमेस्टर के परीक्षार्थी होंगे।

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परीक्षाओं को लेकर नाराज हैं छात्र

प्रथम वर्ष की परीक्षा को लेकर छात्रों की नाराजगी बढ़ने लगी है। परीक्षा होगी या छात्रों को प्रमोट किया जाएगा, इसे लेकर हजारों छात्र-छात्राएं असमंजस में हैं। कुमाऊं विश्वविद्यालय और शासन स्तर से इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिए जाने पर बुधवार को एमबीपीजी कॉलेज में छात्रों ने जमकर हंगामा काटा। सरकार का पुतला फूंकने के बाद कॉलेज परिसर में धरना भी दिया गया।

एक जरूरी खबर ये भी सामने आ रही है कि जो विद्यार्थी इस बार पेपर देने से वंचित रह जाएगा, उसका साल बर्बाद ना हो इसके लिए विवि ने प्लान बनाया हुआ है। इसके अलावा अनुत्तीर्ण की भी दोबारा परीक्षा हो पाएगी। कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि परीक्षा के लिए करीब 50000 विद्यार्थियों ने अप्लाई किया है। परीक्षा केंद्र में सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों को घबराने की जरूरत नहीं है। यदि कोई विद्यार्थि किसी कारण से पेपर नहीं दे पाता है तो उसके लिए इसी सत्र में दोबारा पेपर की व्यवस्था की जाएगी। विवि की कोशिश है कि बच्चों का साल किसी भी कीमत में बर्बाद ना हो।

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