नैनीतालः कुमाऊं में साइबर क्राइम बढ़ते ही जा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों को साइबर ठगी से जुड़ी शिकायत करने के लिए राजधानी दून तक का लंबा सफर तय करना होता है। लेकिन अब कुमाऊं के लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। कुमाऊं के लोगों को अब किसी भी प्रकार की साइबर ठगी के लिए देहरादून नहीं जाना पड़ेगा। उत्तराखंड शासन ने शुक्रवार को कुमाऊं परिक्षेत्र में साइबर थाना खोलने की अनुमति दे दी है। थाने में साइबर एक्सपर्ट समेत इंस्पेक्टर व दारोगा समेत कुल 12 पदों की भी स्वीकृति दी गई है।
बता दें कि मार्च वर्ष 2015 में प्रदेश का पहला साइबर अपराध पुलिस स्टेशन देहरादून में खोला गया था। यह राज्य का पहला साइबर थाना था, जहा लोग आसानी से बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन शॉपिंग, मनी ट्राजेक्शन, सोशल मीडिया के माध्यम से हुई ठगी व आपराधिक मामलों की शिकायत कर सकते थे। थाने में साइबर वर्ल्ड की समझ रखने वाले पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। इससे प्रदेश में साइबर अपराध काफी हद तक कम हुए हैं। और अब कुमाऊं में साइबर थाना खुलने के वजह से कुमाऊं के दूर-दराज में रहने वाले लोगों को देहरादून नही जाना पड़ेगा। इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने साल 2018 में कुमाऊं परिक्षेत्र में भी साइबर थाना स्थापित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
साइबर थाना कुमाऊं परिक्षेत्र के किस जिले में खुलेगा। इसका निर्णय अभी नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो साइबर थाना नैनीताल जिले में खुल सकता है। इससे आसपास के लोगों को बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े फ्रॉड, सोशल मीडिया से संबंधित मामलों की शिकायतें दर्ज कराने में आसानी होगी।