पंतनगरः बीते कुछ समय से भारत में टिड्डी दल का प्रकोप जारी है। देश के पश्चिमी राज्यों में टिड्डी दलों के प्रकोप और इन राज्यों की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश में भी टिड्डी दलों के प्रवेश को देखते हुए पंतनगर कृषि प्रौद्योगिकी विवि के वैज्ञानिकों ने अलर्ट जारी किया है। विवि ने उत्तराखंड के मैदानी और पहाड़ी जनपदों में गन्ना, मक्का और सब्जियों की फसलों पर इनके प्रकोप की संभावना व्यक्त की है। वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि टिड्डी दल के दिखते ही धुआं किया जाए अथवा अत्यधिक शोर किया जाए ताकि ये खेतों में न उतर सकें।
बता दें कि पौड़ी जिले के कुछ किसानों से टिड्डी दल के प्रकोप की सूचना मिली है, जिनकी संख्या बहुत कम है। माना जा रहा है कि आंधी के वजह से ये पौड़ी जिले के पहाड़ी क्षेत्र में प्रवेश कर गए हैं। वैज्ञानिकों ने सभी जिलों के किसानों और कृषि विभाग के कर्मचारियों को इनके प्रहार से सतर्क रहने को कहा है। वहीं पंतनगर विवि की ओर से टिड्डी दल की उत्तराखंड में निगरानी के लिए गठित समिति के अध्यक्ष डॉ. एसएन तिवारी का कहना है कि शनिवार को टिड्डी दल दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर देखा गया था लेकिन दिल्ली में पूरी तरह से प्रवेश नहीं कर पाया है।
डा. तिवारी का कहना है कि किसानों को अगर उनके क्षेत्र में कहीं पर टिड्डी दल का प्रकोप दिखता है तो उन्हें कृषि निदेशालय, उत्तराखंड के फोन नंबर 18001800011 पर या उस जिले के मुख्य कृषि अधिकारी को तुरंत सूचित करें।
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