नैनीताल: मौसम विभाग का पुर्वानुमान एक बार फिर से सही साबित हुआ है। जिला मुख्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों में बारिश कहर बन कर बरस रही है। स्थानीय लोगों के लिए मुसीबतें हैं तो वहीं आवाजाही करने वालों के लिए दिक्कतें सामने आ रही हैं।
दरअसल बारिश होने के कारण करीब तीन ग्रामीण मार्ग व एक राज्य मार्ग बंद हो गया है। कहीं पहाड़ी दरकने से मलबा मार्गों पर आ गया है तो कहीं जल निकासी की अव्यवस्था से आवाजाही पर काफी असर पड़ रहा है।
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बीते दिन अल्मोड़ा मार्ग पर वीरभट्टी पुल के पास हुए भूस्खलन ने समस्या बढ़ा दी है। कल से बंद हुई सड़क अबतक खोली नहीं जा सकी है। वाहनों को भीमताल होकर भेजा जा रहा है। बता दें कि एनएच की टीम मलबा हटाने में पूरी तरह से जुटी हुई है।
जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले कालाढूंगी मार्ग पर बारापत्थर के आगे पहाड़ी दरक गई। ये सड़क भी बीती रात से बंद है। कालाढूंगी की तरफ से मंगोली, थापला, खमारी, खुर्पाताल समेत आसपास के गांवों के दुधियों व सब्जी उत्पादकों को दिक्कतें हुईं।
दरअसल रास्ता बंद होने के कारण इन लोगों को शनिवार सुबह खुर्पाताल रूसी बाईपास से नैनीताल आना पड़ा। हालांकि लोनिवि की ओर से मलबा हटाने के लिए बुलडोजर लगाया गया है। मगर इस मार्ग पर अन्य स्थानों पर भी पत्थर गिर रहे हैं।
इसी तरह हल्द्वानी मार्ग पर भी हनुमानगढ़ के समीप पत्थर गिर रहे हैं। बारिश का दौर रुक रुक कर जारी है। शहर में झील का जलस्तर भी बढ़ गया है। पुलिस ने बलियानाला क्षेत्र के लोगों को अलर्ट किया है।
बलियानाला के आसपास ना जाने की सलाह पुलिस द्वारा दी गई है। त्योहार के मद्देनजर पर्यटकों के आने की उम्मीद भी अब ओझल होती दिख रही है।
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